सारस के साथ अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
UP Politics: यूपी में सारस को लेकर सियासी संग्राम जारी है. इसको लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बीजेपी (BJP) आमने-सामने है. सारस से घुलमिल जाने वाले आरिफ (Arif) के घर से लाए गए सारस को अब कानपुर के चिड़ियाघर (Kanpur Zoo) में क्वारंटिन किया गया है. जहां अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) सारस को देखने पहुंचे और एक बार फिर योगी सरकार पर उन्होने हमला बोला है.
उत्तर प्रदेश की सियासत में सारस वाला संग्राम जारी है. आरिफ के घर अमेठी से, सारस को लेकर रायबरेली से अब कानपुर के चिड़ियाघर में क्वारंटिन किया गया है. लेकिन इसको लेकर सपा और बीजेपी आमने-सामने है. अखिलेश यादव सारस को लेकर सरकार पर हमलावर हैं. अब अखिलेश यादव सारस को देखने कानपुर के चिड़ियाघर पहुंच गए. उनके साथ वो आरिफ भी आए जो सारस से काफी घुलमिल गए थे. यहां आखिलेश यादव क्वारंटिन सारस को सीसीटीवी में देखा जिसके बाद अखिलेश ने एक बार फिर योगी सरकार पर हमला बोला.
सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने ट्विटर पर तंज करते हुए लिखा- अच्छा नहीं है परिंदों का पत्थर हो जाना! कुछ लोग भी न जाने कैसे-कैसे झूठ को सच बनाते हैं असली सारस चिड़ियाघर में, नक़ली पार्क में लगाते हैं. 21 मार्च को आरिफ के घर से वन विभाग ने सारस को जब अपने कब्जे में लिया है. तब से सारस को लेकर अखिलेश कभी ट्विट कर रहे हैं. कभी जुबानी हमला बोल रहे हैं. सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि सारस को कैद नहीं किया गया है, बल्कि संरक्षित किया गया है. सपा अध्यक्ष सारस की आड़ में आरिफ के नाम पर राजनीति कर रहे हैं.
अच्छा नहीं है परिंदों का पत्थर हो जाना!
कुछ लोग भी न जाने कैसे-कैसे झूठ को सच बनाते हैं
असली सारस चिड़ियाघर में, नक़ली पार्क में लगाते हैं pic.twitter.com/KomSlFneaB— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 27, 2023
एक तरफ सारस पर सियासत जारी है तो दूसरी तरफ सारस को रखने वाले आरिफ पर मुसिबत, आरिफ के खिलाफ राज्य के वन विभाग ने वन अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया है और आरिफ को नोटिस जारी कर दो अप्रैल को पूछताछ के लिए तलब किया गया है.
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यूपी में सारस को राज्य पक्षी का दर्जा दिया गया है. वनविभाग के अधिकारियों के मुताबिक, किसी भी संरक्षित पक्षी या जानवर को रखना गैरकानूनी है. लेकिन आरिफ को ये सारस पिछले साल घायल अवस्था में मिला था. इसके बाद से ही सारस आरिफ के साथ ही रहने लगा था. आरिफ सोशल मीडिया पर सारस के साथ वीडियो वायरल कर रहे थे. अखिलेश यादव की भी तस्वीर सारस के साथ वायरल हुई. जिसके बाद ही सारस को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है.
-भारत एक्सप्रेस