मंदिर में पूजा करते पीएम मोदी
नासिक में आज परंपरा और तकनीक का अद्भुत संगम देखने को मिला. नासिक दौरे के दौरान पीएम मोदी ने रामायण की महाकाव्य कथा सुनी, खास तौर पर इसके ‘युद्ध कांड’ खंड को, जिसमें भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी को दर्शाया गया है. इस कथा की खास बात यह रही कि इसे मराठी में प्रस्तुत किया गया और पीएम मोदी ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) अनुवाद के माध्यम से हिंदी संस्करण को सुना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक में श्री कालाराम मंदिर में पूजा भी की.
पीएम ने बजाया वाद्य यंत्र
पीएम मोदी ने नासिक में गोदावरी नदी किनारे स्थित रामकुंड में पूजा अर्चना की. वहीं कालाराम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाद्य यंत्र भी बजाया. इस दौरान पीएम मोदी प्रभु श्रीराम की भक्ति में लीन दिखे.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Shree Kalaram Mandir in Nashik, Maharashtra. pic.twitter.com/mADzM7rYpq
— ANI (@ANI) January 12, 2024
परंपरा और प्रौद्योगिकी का एक अद्भुत संगम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के नासिक में श्री कालाराम मंदिर में पूजा की. पीएम मोदी पूजा कार्यक्रम में शामिल हुए और मंदिर संस्थान में रामायण के महाकाव्य कथा पाठ, विशेष रूप से ‘युद्ध कांड’ खंड में भी शामिल हुए. यह परंपरा और प्रौद्योगिकी का एक अद्भुत संगम था, क्योंकि रामायण के इस खंड का पाठ मराठी में किया गया था और प्रधानमंत्री ने एआई अनुवाद के माध्यम से हिंदी संस्करण को सुना.
स्वामी विवेकानन्द जयंती पर अर्पित की पुष्पांजलि
प्रधानमंत्री मोदी ने नासिक में स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि भी अर्पित की. श्री कालाराम मंदिर नासिक के पंचवटी क्षेत्र में गोदावरी के किनारे स्थित है. रामायण से जुड़े स्थानों में पंचवटी का विशेष स्थान है, क्योंकि रामायण की कई महत्वपूर्ण घटनाएं यहीं घटी थीं.
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भगवान राम, देवी सीता और लक्ष्मण ने कुछ वर्ष दंडकारण्य वन में बिताए, जो पंचवटी क्षेत्र में स्थित है. पीएम मोदी की श्री कालाराम मंदिर की यात्रा 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला के भव्य ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ समारोह से कुछ दिन पहले हो रही है. 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित होना है.
-भारत एक्सप्रेस
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