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MP Election: मध्यप्रदेश चुनाव में कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होने के बाद से सिसायी बवाल मचा हुआ है. कुछ विधायक टिकट न मिलने की वजह से नाराज हैं तो वहीं कुछ पारा बदलने के बारे में सोच रहे हैं. कांग्रेस ने अपनी पहली लिस्ट में कुल 144 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है. ऐसे में उस समय हड़कंप मच गया, जब सोशल मीडिया पर एक लेटर तेजी से वायरल होने लगा.
यह लेटर किसी और का नहीं, बल्कि कांग्रेस वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के नाम से वायरल हुआ है. इस लेटर में उनके कांग्रेस छोड़ने का जिक्र किया गया है.
वायरल वीडियो में लिखा गया है कि, “अपने पांच दशक के राजनीतिक सफर में कई अनुभव मुझे कांग्रेस में रहते हुए मिले. एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का सफर मैंने कांग्रेस पार्टी में रहते हुए तय किया. पार्टी ने मुझे राष्ट्रीय महासचिव से लेकर राज्यसभा सदस्य जैसे महत्वपूर्ण पद तक पहुंचाने का काम किया, जिसके लिए मैं आजीवन आभारी रहूंगा. लेकिन गत कुछ महीनों से शीर्ष नेतृत्व में उदासीनता देखकर मैं आहत हूं. मध्य प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ता केंद्रित दल न होकर अब विशेष नेता केंद्रित हो गई है. जिसकी वजह से खुद को असहत पा रहा हूं.”
वायरल लेटर में आगे लिखा है कि, “मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के चयन में मेरे द्वारा दिए गए नामों पर विचार नहीं किया गया है. निष्ठावान कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं दिए जाने से मेरे स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. मैं अब ऐसे पड़ाव पर पहुंच गया हूं जहां मुझे लगता है कि मैं अब ऐसे अन्यायपूर्ण माहौल में नहीं रह सकता. मैं उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने वर्षों से मेरी विभिन्न पार्टी भूमिकाओं में मेरा समर्थन किया है. भारी मन से मैं पार्टी के साथ अपना जुड़ाव खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा करता हूं. कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पद से इस्तीफा देता हूं. इसे स्वीकार करें”.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने वायरल लेटर पर लिखा कि बीजेपी झूठ बोलने में माहिर हैं. मैंने 1971 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी. पद के लिए नहीं बल्कि विचारधारा से प्रभावित हो कर जुड़ा था और जीवन की आख़िरी सांस तक कांग्रेस में रहूंगा. इस झूठ की मैं पुलिस में शिकायत दर्ज कर रहा हूं.
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