भगवान रामलला की मूर्ति.
Ayodhya Ram Mandir Lord Ram Idol all hindu symbol: अयोध्या में कल यानी 22 जनवरी को पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. इससे पहले भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठान लगातार किए जा रहे हैं. इस बीच गर्भगृह में भगवान श्री राम की मूर्ति को आसन पर स्थापित कर दिया गया है. ऐसे में आइये एक नजर डाते हैं मूर्ति पर.
भगवान राम की यह बालस्वरूप मूर्ति कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाई है. इस मूर्ति में भगवान विष्णु के सभी 10 अवतार, एक स्वास्तिक, ओम, चक्र, गदा, एक पैर के पास हनुमान, दूसरे पैर के पास भगवान गरुड़ का चित्रण किया गया है. जानकारी के अनुसार यह भगवान राम की अब तक की सबसे विस्तृत मूर्ति है.
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सिर के चारों और हिंदू धर्म के पवित्र चिन्ह
मूर्ति के दोनों ओर भगवान विष्णु के सभी 10 अवतारों को दिखाया गया है. जानकारी के अनुसार मूर्ति पर भगवान विष्णु के कृष्ण, परशुराम, नरसिंह और कल्कि जैसे अवतार भी मूर्ति पर उकेरे गए हैं. वहीं अगर मूर्ति के शीर्ष की ओर देखें तो भगवान रामलला की मूर्ति के सिर के चारों ओर सनातन और हिंदू धर्म के पवित्र चिन्ह दर्शाए गए हैं. इसमें एक स्वास्तिक, एक चक्र, एक गदा, एक ओम चिन्ह, एक शंख है.
मूर्ति के चारों ओर सूर्य का आभामंडल
इतना ही नहीं मूर्ति के चेहरे के चारों ओर सूर्य नारायण का आभामंडल है. मूर्ति के दाहिने हाथ में तीर है और बाएं हाथ में धनुष है. बता दें कि इस मूर्ति का निर्माण मूर्तिकार अरुण योगीराज ने किया है. मूर्ति की लंबाई 51 इंच है. इससे पहले अरुण योगीराज केदारनाथ में आदि शंकराचार्य और दिल्ली में इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोस की मूर्तियां लगवा चुके हैं.
वहीं मूर्ति का रंग काला रखा गया है क्योंकि काले रंग की मूर्ति की औसत उम्र 100 साल से अधिक होती है. वहीं इस पर रोली, चंदन और अन्य सामग्रियां जो कि हिंदू धर्म की परंपरा के अनुसार मूर्ति पर लगाई जाती है इसका भी मूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.