Bharat Express

Kailash Vijayvargiya: “लड़कियां पहनती हैं गंदे कपड़े, मन करता है…” BJP नेता कैलाश विजयवर्गीय ने महिलाओं को लेकर फिर दिया विवादित बयान

वायरल वीडियो में कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में रात के समय युवाओं के नशे में झूमने को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, मैं दादा-दादी, मां-बाप सबसे कहता हूं कि शिक्षा जरूरी नहीं है, संस्कार जरूरी हैं.

कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय महासचिव, बीजेपी (फोटो फाइल)

कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय महासचिव, बीजेपी (फोटो फाइल)

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो वायरल (Video Viral) हो रहा है. जिसमें कैलाश विजयवर्गीय बोल रहे हैं कि “कुछ महिलाएं ऐसे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि मन करता है उनको कार से उतरकर थप्पड़ मार दें. उन्होंने आगे कहा कि वो पूरी शूर्पणखा लगती हैं.”

वायरल हो रहे वीडियो (Video Viral) में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) कह रहे है कि “मैं कभी-कभी देखता हूं, पढ़े-लिखे नौजवानों, बच्चों को झूमते हुए देखता हूं तो सच में ऐसी इच्छा होती है कि पांच-सात ऐसी दूं कि उनका नशा उतर जाए.

वीडियो में वो (Kailash Vijayvargiya) आगे कह रहे है कि “सच कह रहा हूं, भगवान की कसम. हनुमान जयंती पर झूठ नहीं बोलूंगा. लड़कियां भी इतने गंदे कपड़े पहनकर निकलती हैं कि… अपन महिलाओं को देवी बोलते हैं. उनमें देवी का स्वरूप ही नहीं दिखता. बिल्कुल शूर्पनखा लगती है.”

बीजेपी (BJP) नेता कैलाश विजयवर्गीय वीडियो में आग कहते दिख रहे हैं कि “सच में अच्छा सुंदर भगवान ने शरीर दिया है. जरा अच्छा कपड़ा पहनो यार. बच्चों में आप संस्कार डालिए. मैं बहुत चिंतित हूं.”

https://twitter.com/Rickyyy84/status/1644565543301656577?s=20

ये भी पढ़ें: UP के विधायक पर लगा रेप का आरोप, पीड़िता ब्यूटीशियन बोली- फीस के बदले चुकानी पड़ी कीमत, कथित ऑडियो-वीडियो वायरल

बीते बुधवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय महावीर जयंती पर आयोजित एक सामाजिक संस्था के कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां मंच से भाषण देते हुए यह बाते कही.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो (Video Viral)  में कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में रात के समय युवाओं के नशे में झूमने को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, मैं दादा-दादी, मां-बाप सबसे कहता हूं कि शिक्षा जरूरी नहीं है, संस्कार जरूरी हैं.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read