फोटो-सोशल मीडिया
Bareilly Police: उत्तर प्रदेश के बरेली से खाकी के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की खबर सामने आ रही है. यहां एक दारोगा ने दूसरे दारोगा के नाम पर एक युवक से 10 हजार रुपये की घूस मांगी, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस ऑडियो के सामने आने के बाद ही यूपी पुलिस के हाथ-पांव फूल गए और खाकी के सम्मान को बचाने के लिए आनन-फानन में एसएसपी बरेली ने दोनों दारोगा को सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच बैठा दी है. आरोपी दारोगा में एक का नाम एसआई सूरजभान और दूसरे का नाम रणधीर सिंह है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक दोनों मुकदमे के आरोपी पक्ष के एक युवक का नाम हटाने के लिए सौदेबाजी कर रहे थे.
पूरा प्रकरण बरेली के शेरगढ़ थाने से सामने आया है. दोनों दरोगा इसी थाने में तैनात हैं. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, एक मामले की विवेचना दारोगा रणधीर सिंह को सौंपी गई थी तो वहीं दूसरी ओर उनके साथी दारोगा सूरजभान सिंह आरोपी पक्ष के साथ मिलकर मामले को रफा दफा कराने की जुगत भिड़ा रहे थे. इसको लेकर उन्होंने आरोपी पक्ष के युवक को इस बात पर यकीन दिलवाया कि वह कुछ ले-दे के विवेचक दारोगा रणधीर सिंह से कह कर मुकदमे से उसका नाम हटवा देंगे. दारोगा का पूरा काम सेट हो चुका था, लेकिन गलती बस इतनी हो गई कि उसने लेन-देन की ये पूरी बात आरोपी पक्ष के युवक से फोन पर की और उसने सारी बात रिकॉर्ड करने के बाद ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
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फोन पर खूब हुआ मोलभाव
सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो के मुताबिक, सूरजभान सिंह आरोपी पक्ष के युवक से बातचीत करते हुए 10 हजार की रकम मांग रहे हैं तो वहीं आरोपी पक्ष का युवक घूस के लिए तय हुई राशि में मोल भाव करता सुनाई दे रहा है. तो वहीं दारोगा सूरजभान उससे कह रहे हैं कि जो रकम तय हुई है, वह पहले से ही कम है. साहब ने तो इसके लिए भी मना कर दिया था. इसके बाद युवक 10 हजार रुपये लेकर आने की बात कहता है.
जांच के बाद दोनों को किया जाएगा बर्खास्त
फिलहाल बरेली पुलिस दोनों दारोगा के खिलाफ जांच बैठा दी है. एसएसपी बरेली घुले सुशील चंद्रभान ने वायरल ऑडियो को संज्ञान में लेते हुए मामले की प्राथमिक जांच तुरंत शुरू करा दी है और दोनों दारोगा को कदाचार के आरोप में निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. एसएसपी ने कहा है कि, विभागीय जांच में दोष साबित होने पर दोनों दारोगा को बर्खास्त करने की कार्रवाई भी की जा सकती है.
-भारत एक्सप्रेस