
कहते हैं झूठ के पांव नहीं होते, और बरेली में एक महिला की झूठी कहानी भी ज्यादा दिनों तक छुप नहीं पाई. 30 मार्च की रात गांधी उद्यान के पास महिला को गोली लगने की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. महिला ने पुलिस को अपहरण, गैंगरेप और गोली मारने की सनसनीखेज कहानी सुनाई थी.
महिला ने तहरीर में बताया कि वह मेडिकल स्टोर से दवा लेकर घर लौट रही थी, तभी पांच लोगों ने उसे काली कार में जबरन खींच लिया. कार में तीन युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया और फिर चेन-कुंडल लूटकर गांधी उद्यान के पास गोली मारकर फेंक दिया.
जांच में सामने आया बड़ा झूठ
पुलिस ने जब गहराई से जांच शुरू की तो कहानी में कई झोल नजर आने लगे. मेडिकल रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि महिला को गोली फायरिंग से नहीं लगी थी, बल्कि ऑपरेशन कर सीने में गोली रखी गई थी. इसके अलावा, गोली के निशान छुपाने के लिए गर्म सिक्के से जलाने और चीरा लगाने के भी सबूत मिले.
डॉक्टर और वार्ड ब्वॉय की मदद से रची गई साजिश
जांच में पता चला कि महिला ने जिला अस्पताल के एक कर्मचारी और संजयनगर के एक झोलाछाप डॉक्टर की मदद से अपने सीने में गोली प्लांट करवाई थी. पूछताछ में महिला ने खुद जुर्म कबूल करते हुए बताया कि वह एक जनप्रतिनिधि और उसके बेटे को फंसाना चाहती थी.
महिला और उसके प्रेमी समेत तीन गिरफ्तार
एसपी सिटी मानुष पारीक ने जानकारी दी कि पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी, डॉक्टर और अस्पताल के वार्ड ब्वॉय को गिरफ्तार कर लिया है. महिला का 164 के तहत कोर्ट में बयान दर्ज कराया गया है. सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है और पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है.
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-भारत एक्सप्रेस
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