बसपा प्रमुख मायावती (फाइल फोटो)
Lok Sabha Election-2024: लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल भाजपा को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश में INDIA गठबंधन खुद को मजबूत करने की जुगत भिड़ा रहा है. इसी को देखते हुए मायावती को भी गठबंधन में शामिल करने की कोशिश लगातार जारी है. खास तौर पर कांग्रेस के कई दिग्गज नेता बीएसपी प्रमुख मायावती के संपर्क में बताए जा रहे हैं. फिलहाल इस सम्बंध में अभी तक बसपा की ओर से कोई भी संकेत नहीं मिला है. तो वहीं अब अखिलेश भी चाहते हैं कि, मायावती गठबंधन में शामिल हों. फिलहाल सभी की नजर 15 जनवरी पर टिकी हुई है. माना जा रहा है कि इस दिन मायावती कोई बड़ी घोषणा कर सकती हैं.
बसपा की शर्तें
हालांकि इन सब चर्चा के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. 15 जनवरी से पहले मायावती की कुछ ऐसी शर्तें सामने आई हैं, जिससे माना जा रहा है कि गठबंधन में बसपा को एंट्री मिलने में मुश्किल आ सकती है. फिलहाल इंडिया गठबंधन सोमवार को लेकर इंतजार कर रही है और ये दिन सपा-कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण बताया जा रहा है. हालांकि राजनीतिक जानकार कहते हैं कि, बसपा की ओर से करीब 30 सीटों पर शर्त रखी जा सकती है. 30 सीटों में दस सीटें वो होंगी जिन पर बसपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. तो वहीं अन्य सीटें वो हो सकती हैं, जहां पर बसपा का वोटबैंक अधिक है. बता दें कि, श्रावस्ती, लालगंज, नगीना, जौनपुर, सहारनपुर, अमरोहा, गाज़ीपुर, बिजनौर, घोसी और अमरोहा सीट पर 2019 में बसपा ने जीत हासिक की थी तो वहीं पार्टी संभल, रामपुर, आजमगढ़, बांदा, मछलीशहर और फतेहपुर सीट सहित कई प्रमुख सीटों पर दावा कर सकती है.
इन सीटों पर सपा ने तय किए अपने उम्मीदवार
तो वहीं बसपा जिन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, उस पर सपा की ओर से पहले से ही उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं. सहारनपुर, गाजीपुर, नगीना, घोसी, संभल और मछलीशहर ऐसी सीट है जिस पर सपा ने पहले से ही अपने उम्मीदवार करीब-करीब तय कर लिए हैं. हालांकि माना जा रहा है कि, अभी इंडिया गठबंधन की ओर से कुछ भी तय नहीं हुआ है. ऐसे में सीटों की मांग और उन पर दावा अभी काफी मुश्किल नजर आ रहा है, क्योंकि अभी तक बसपा की ओर से गठबंधन के संकेत नहीं दिए गए हैं. फिलहाल अभी तो इंडिया गठबंधन के लिए वेट एंड वॉच की स्थिति बनी हुई है. तो वहीं सभी की निगाहें 15 जनवरी पर टिकी हैं. अगर मायावती इस दिन गठबंधन को लेकर कोई फैसला नहीं करती हैं तो फिर आगे बात बढ़ना मुश्किल है और इंडिया गठबंधन को यूपी में बिना मायावती के ही चुनाव मैदान में उतरना होगा.
-भारत एक्सप्रेस
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