अश्विनी चौबे अपने आंसू नहीं रोक पाए और परशुराम चतुर्वेदी
प्रशांत राय
Buxar: केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पर हमले के विरोध में शामिल बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी का हार्ट अटैक से निधन हो गया. आक्रोश मार्च के दौरान शहीद भगत सिंह पार्क में हार्ट अटैक आने के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान डॉक्टर अनिल सिंह ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बिहार के बक्सर (Buxar) में बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. बीजेपी के द्वारा निकाला गया प्रतिरोध मार्च के दौरान जैसे ही कार्यकर्ता शहीद भगत सिंह पार्क में पहुचे कुछ देर बाद वह मूर्छित होकर गिर पड़े. वहां मौजूद कार्यकर्ताओं और पत्रकारों ने उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
10 जनवरी की आधी रात में किसानों के ऊपर हुए लाठी चार्ज, 14 जनवरी को केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पर हुए हमले के विरोध में शहर के ऐतिहासिक किला मैदान से बीजेपी के द्वारा विरोध मार्च निकाला गया था. हार्ट अटैक से महज कुछे देर पहले ही वे मीडिया से प्रतिरोध मार्च को लेकर बातचीत की थी.
हार्ट अटैक से हुई मौत
सदर अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के नाक और मुंह से ब्लड आया है. हार्ट अटैक आने के कारण मौत प्रतीत हो रहा है.
फूट-फूट कर रोने लगे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे
बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर सुन केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे अपने आंसू नहीं रोक पाए और रोने लगे. बक्सर में केंद्रीय मंत्री द्वारा जो आंदोलन चलाया जा रहा था, उसमें परशुराम चतुर्वेदी ने सक्रिय भूमिका निभाई थी. लेकिन उनके निधन ने अश्विनी चौबे को तोड़ दिया है.
लड़ चुके हैं विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि साल 2020 में बक्सर (Buxar) विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी की मौत की सूचना मिलते ही राजनीतिक जगत में शोक की लहर है.
-भारत एक्सप्रेस