कंगना रनौत.
हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि अगर मोदी सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) से भारत में बांग्लादेश (Bangladesh) जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी.
सोशल साइट एक्स पर शेयर किए गए एक वीडियो में रनौत ने आरोप लगाया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान, ‘लाशें लटकती देखी गईं और बलात्कार हो रहे थे.’ अभिनेत्री से राजनेता बनीं कंगना ने कानूनों को वापस लिए जाने के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी रहने के लिए निहित स्वार्थों और ‘विदेशी शक्तियों’ को दोषी ठहराया.
किसान आंदोलन की बांग्लादेश से तुलना
उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश में जो हुआ, वह यहां भी आसानी से हो सकता था… विदेशी ताकतों द्वारा साजिश रची जा रही है और ये फिल्मी लोग इसी पर फल-फूल रहे हैं. उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि देश बर्बाद हो जाए.’
In an interview with Dainik Bhaskar Actress & MP Kangana Ranaut says “Farmers Protest” was a plan to topple the government, Whatever happened in Bangladesh the same was to happen in India.
Even Kangana said Rapes happened during the farmer protest. I’m wondering from which… pic.twitter.com/oXVKxxvN0j— Akashdeep Thind (@thind_akashdeep) August 25, 2024
रनौत की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) बस कुछ ही हफ्ते दूर हैं. उनकी टिप्पणी भाजपा के खिलाफ किसानों के आक्रोश को और बढ़ा सकती है, जिससे कृषि-केंद्रित क्षेत्रों में पार्टी की चुनावी संभावनाओं पर असर पड़ सकता है.
यह पहली बार नहीं है जब कंगना रनौत को किसानों पर अपनी टिप्पणियों के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. 2020 में कृषि विरोधी कानूनों के विरोध के बीच उन्होंने पंजाब की एक महिला किसान की गलत पहचान करने और उसके बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था.
कॉन्स्टेबल ने थप्पड़ मारा था
जून 2024 में CISF की एक महिला कॉन्स्टेबल ने किसानों के विरोध पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए चंडीगढ़ हवाई अड्डे के अंदर कंगना रनौत को कथित तौर पर थप्पड़ मारा था. कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया और घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था. कंगना के साथ यह घटना हिमाचल प्रदेश के मंडी निर्वाचन क्षेत्र से 74,000 से अधिक मतों के अंतर से लोकसभा चुनाव जीतने के कुछ दिनों बाद हुई थी.
-भारत एक्सप्रेस
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