Bharat Express

1971 में मोदी PM होते तो पाक और चीन से मुक्त करा लेते जमीन- विवादों के बीच बोले बृजभूषण शरण सिंह, कांग्रेस पर जमकर बरसे

Brij Bhushan Sharan Singh: बृजभूषण शरण सिंह ने 1975 में देश में आपातकाल लागू करने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 1984 में सिख विरोधी दंगों में सिखों का नरसंहार कराया.

WFI Controversy

बृजभूषण शरण सिंह

Brij Bhushan Sharan Singh: कैसरगंज से भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है. रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अगर 1971 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री रहे होते तो पाकिस्तान द्वारा 1947 में और चीन द्वारा 1962 में हड़पी गई जमीन को मुक्त करा लिया होता.

बालपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘1947 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, देश का बंटवारा हुआ जिसका घाव अभी तक भरा नहीं है. जब कांग्रेस सत्ता में थी, पाकिस्तान द्वारा आक्रमण कर 78,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली गई. 1962 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, चीन ने हम पर हमला किया और 33,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली.’’

उन्होंने कहा, ‘‘1971 में एक अप्रत्याशित घटना में 92,000 पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना द्वारा युद्ध बंदी बना लिया गया, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराना हिसाब निपटाए बगैर उन्हें छोड़ दिया. यदि मोदी जैसा प्रधानमंत्री होता तो कब्जा की गई जमीन मुक्त करा ली गई होती.’’

बृजभूषण शरण सिंह ने 1975 में देश में आपातकाल लागू करने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 1984 में सिख विरोधी दंगों में सिखों का नरसंहार कराया. उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में हम यह मांग उठाया करते थे कि जहां बलिदान (श्यामा प्रसाद) मुखर्जी हुए, वह कश्मीर हमारा है. हम आज भी गर्व से यह दोहराते हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की वजह से संभव हुआ है.’’

ये भी पढ़ें: Maharashtra: ठाकरे का डर दिख रहा है- अमित शाह के वार पर संजय राउत ने किया पलटवार

नहीं किया पहलवानों का जिक्र

हालांकि, भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख ने अपने 23 मिनट के भाषण में पहलवानों का कहीं जिक्र नहीं किया. दो जून को अयोध्या के जिला प्रशासन ने यौन शोषण मामले में आरोपी बृजभूषण शरण सिंह को 5 जून को रैली का आयोजन करने की अनुमति देने से मना कर दिया था. हालांकि सिंह ने कहा था कि उनके खिलाफ पहलवानों के आरोपों की चल रही जांच की वजह से राम कथा पार्क में होने वाली जन चेतना महारैली कुछ दिनों के लिए टाल दी गई है.

बता दें कि विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत प्रमुख पहलवानों ने सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है और 23 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि 8 जून को एक नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा कि उन्होंने सिंह के खिलाफ पुलिस में जानबूझकर एक झूठी शिकायत की थी.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read