अभिनेता और डीएमडीके प्रमुख कैप्टन विजयकांत के पार्थिव शरीर को सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए कोयम्बेडु कार्यालय से आइलैंड ग्राउंड, अन्ना सलाई लाया गया. यहां उनका पार्थिव शरीर आम लोगों के अंति दर्शनों के लिए रखा जाएगा. विजयकांत के निधन के बाद से ही उनके समर्थक शोक में डूब गए हैं.
बता दें कि फिल्म अभिनेता से नेता बने DMDK चीफ विजयकांत का कल गुरुवार (28 दिसंबर) को 71 साल की उम्र में निधन हो गया था. विजयकांत को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद चेन्नई के एक अस्पताल में उस वक्त भर्ती कराया गया था, जब उन्हें सांस लेने मे दिक्कत हो रही थी. विजयकांत को चेन्नई के MIOT हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी हालत गंभीर होने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया था.
#WATCH चेन्नई, तमिलनाडु: अभिनेता और डीएमडीके प्रमुख कैप्टन विजयकांत के पार्थिव शरीर को सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए कोयम्बेडु कार्यालय से आइलैंड ग्राउंड, अन्ना सलाई लाया गया। pic.twitter.com/VEr26eBnEq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2023
विजयकांत ने डीएमडीके पार्टी की स्थापना की थी
तमिल फिल्म अभिनेता विजयकांत ने साल 2005 में देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम पार्टी का गठन किया था. कैप्टन विजयकांत की डीएमडीके साल 2011 से लेकर 2016 तक तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टी की भूमिका में थी. इस दौरान खुद विपक्ष के नेता थे.
विजयकांत ने दर्ज की थी जीत
बता दें कि 2006 में विजयकांत ने DMDK पार्टी से प्रदेश की सभी 234 सीटों पर विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारे थे. इस चुनाव में विजयकांत के अलावा किसी भी उम्मीदवार को जीत नहीं मिली थी. चुनाव में उनकी पार्टी को कुल 8.38% वोट मिला था. इसके बाद कैप्टन विजयकांत की पार्टी ने 2009 लोकसभा चुनाव में 39 सीटों पर चुनाव लड़ा था, इस चुनाव में उन्हें किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली थी.
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नेता विपक्ष बने थे विजयकांत
कैप्टन विजयकांत की पार्टी ने 2011 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 29 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में जयललिता की एआईएडीएमके के बाद राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और विजयकांत विपक्ष के नेता की भूमिका निभाई थी. हालांकि लोकसभा के 2014 और 2019 के चुनाव में विजयकांत को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी.
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