Corruption Case Against Deputy SP: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए अपने ही डिप्टी एसपी और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह कार्रवाई सीबीआई की ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत की गई है. आरोपी पर जांच के दायरे में आने वाले व्यक्तियों से अनुचित लाभ लेने और रिश्वत की रकम को छुपाने का आरोप है.
सीबीआई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति (02 जनवरी, 2025) के अनुसार, मामला “सीबीआई ने अपने ही अधिकारी पर केस दर्ज किया; 20 स्थानों पर छापेमारी, 55 लाख रुपये नकद बरामद” शीर्षक के तहत दर्ज किया गया.
कौन है आरोपी
बी.एम. मीणा, डिप्टी एसपी, सीबीआई, बीएसएफबी, मुंबई.
क्या हैं आरोप?
एफआईआर में दर्ज आरोपों के मुताबिक, डिप्टी एसपी बी.एम. मीणा ने जांच के दायरे में आने वाले व्यक्तियों से अनुचित लाभ लिया और रिश्वत की रकम के लेन-देन के लिए बिचौलियों और हवाला चैनल का इस्तेमाल किया.
छापेमारी और बरामदगी
FIR दर्ज करने के बाद सीबीआई ने जयपुर, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली में 20 ठिकानों पर छापेमारी की. इन छापेमारी में निम्नलिखित बरामद हुआ:
- 55 लाख रुपये नकद: हवाला चैनल के जरिए स्थानांतरित
- संपत्ति के दस्तावेज: 1.78 करोड़ रुपये की संपत्ति में निवेश के प्रमाण
- लेन-देन के रिकॉर्ड: 1.63 करोड़ रुपये की संदिग्ध वित्तीय गतिविधियों के प्रमाण
- अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री
CBI का बयान
सीबीआई ने बताया कि आरोपियों ने रिश्वत के पैसे का लेन-देन छिपाने के लिए विभिन्न माध्यमों और बैंक खातों का उपयोग किया. इस मामले में सभी दस्तावेज और सामग्रियां जांच के लिए जब्त कर ली गई हैं. सीबीआई ने अपनी निष्पक्षता पर जोर देते हुए कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखेगी, चाहे आरोपी कोई भी हो.
भ्रष्टाचार पर सख्त रुख
सीबीआई ने इस कार्रवाई से स्पष्ट संकेत दिया है कि वह अपनी संस्था के भीतर भी अनुशासनहीनता और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी.
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-भारत एक्सप्रेस
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