
भूपेश बघेल (सोर्स- सोशल मीडिया)
छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप घोटाले को लेकर सीबीआई ने बुधवार सुबह बड़ी कार्रवाई की. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई वरिष्ठ आईपीएस, पूर्व आईएएस और कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की गई. रायपुर और भिलाई में कुल 17 स्थानों पर सीबीआई ने रेड मारी.
सीबीआई की टीम ने सुबह 7 बजे एकसाथ 17 स्थानों पर छापा मारा. इनमें रायपुर और भिलाई में कई बड़े नाम शामिल हैं. छापेमारी के दौरान रायपुर में पदस्थ ASP अभिषेक माहेश्वरी के फ्लैट को सीबीआई ने सील भी कर दिया है. इस कार्रवाई के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है.
सीबीआई निष्पक्ष जांच कर रही है-डिप्टी सीएम
छापेमारी को लेकर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, “CBI की कार्रवाई पूरी तरह से निष्पक्ष है. जांच एजेंसी जहां भी गड़बड़ी पाती है, वहां कार्रवाई करती है.” उन्होंने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि छापे किस विषय से जुड़े हैं, लेकिन कई मामलों में सीबीआई जांच चल रही है.
कांग्रेस ने बताया बदले की कार्रवाई
इस छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है. पार्टी प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, “जब से भूपेश बघेल को पंजाब का प्रभारी बनाया गया है, भाजपा घबरा गई है. पहले ईडी भेजी और अब सीबीआई आ गई. लेकिन कांग्रेस डरने वाली नहीं है.” कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने भी इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया.
CBI ने जारी किया बयान, बड़े खुलासे का दावा
छापेमारी के बीच सीबीआई का आधिकारिक बयान भी सामने आया है. सीबीआई ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह मामला महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से जुड़ा है. इस प्लेटफॉर्म का संचालन रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर कर रहे हैं, जो इस समय दुबई में स्थित हैं.
CBI के मुताबिक, जांच में खुलासा हुआ है कि इस सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू संचालन के लिए लोक सेवकों को “सुरक्षा धन” के रूप में बड़ी रकम दी गई. यह मामला पहले रायपुर की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) द्वारा दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में इसे व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया.
रायपुर-भिलाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ रायपुर और भिलाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और सीबीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
CBI के मुताबिक, तलाशी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य बरामद किए गए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है. एजेंसी ने कहा कि जांच अभी भी जारी है और आगे और भी खुलासे हो सकते हैं. छत्तीसगढ़ में यह छापेमारी सियासी हलचल को और बढ़ा सकती है. अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है.
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में कौशल विकास और आईटी हब के विकास को मिलेगा बढ़ावा: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.