चडीगढ़ मेयर ने दिया इस्तीफा
Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ में नगर निगम के चुनाव होने के बाद से ही उथल-पुथल मची हुई है. इसी बीच रविवार (18 फरवरी) को नवनिर्वाचित मेयर मनोज सोनकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर धोखाधड़ी से अपना मेयर बनाने का आरोप लगाया था. जिसके बाद आप ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. मामले की आज यानी कि 19 फरवरी को सुनवाई होनी है.
AAP के 3 पार्षद बीजेपी में शामिल
वहीं चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी के 3 पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावट और गुरचरण काला बीजेपी में शामिल हो गए. इसकी पुष्टि पंजाब बीजेपी अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा ने की है. बता दें कि चंडीगढ़ मेयर के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर धांधली करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद कांग्रेस और AAP ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था. जिसमें इन दोनों पार्टियों ने चुनावी प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की थी. याचिका में नए मेयर के कामकाज पर रोक लगाने, चुनाव से जुड़े दस्तावेजों को सील करने की भी मांग की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट ने मेयर के कामकाज पर लगाई थी रोक
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान नए मेयर रे कामकाज पर रोक लगाने के साथ ही चुनावी प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए दस्तावेजों को भी सील करने का दिया था. मामले की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ने रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह को कड़ी फटकार लगाई थी. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने यहां तक कहा था कि रिटर्निंग अफसर पर इस कृत्य के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए. क्योंकि इन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है.
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अनिल मसीह बैलट पेपर पर चला रहे थे पेन
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले ही बीजेपी ने उन्हें अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव पद से हटा दिया था. मामले की आज होने वाली सुनवाई में अनिल मसीह को पेश होना है. मेयर चुनाव की सीसीटीवी निगरानी की गई थी. जिसमें साफ तौर पर दिखाई दे रहा था कि अनिल मसीह बैलट पेपर पर पेन चला रहे थे.
वहीं दूसरी ओर AAP के तीन पार्षदों के बीजेपी में जाने के बाद अब भाजपा के कुल पार्षदों की संख्या 17 हो गई है. इसके अलावा एक सांसद का वोट भी है और शिरोमणि अकाली दल का एक पार्षद भी भाजपा के समर्थन में है. वहीं गठबंधन के पास अब सिर्फ 17 वोट बचे हुए हैं. जिसमें आप के 10 और कांग्रेस के 7 पार्षद शामिल हैं. नगर निगम में कुल 35 सीटें हैं. जबकि एक सांसद का वोट भी डाला जाता है. जिसे मिलाकर 36 वोट पड़ते हैं. ये लोग ही बाद में नगर के मेयर का चुनाव करते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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