गृह मंत्री अमित शाह व चिराग पासवान
Chirag Paswan: एनडीए की बैठक से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और फिर संकेत दिया कि वह जल्द ही सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. अमित शाह से मुलाकात के बाद के बाद चिराग पासवान ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि आज नई दिल्ली में देश के गृह मंत्री अमित शाह से गठबंधन के मुद्दों को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई. चिराग के इस ट्वीट के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वे जल्द ही एनडीए में शामिल हो सकते हैं.
सीट बंटवारे पर चिराग की क्या है मांग
चिराग के पिता और दिवंगत दलित नेता रामविलास पासवान के नेतृत्व में लोजपा ने 2019 में छह लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा के साथ सीट के बंटवारे के तहत उसे राज्यसभा की एक सीट भी मिली थी. सूत्रों के मुताबिक चिराग चाहते हैं कि उनकी पार्टी में विभाजन के बावजूद भाजपा उसी व्यवस्था पर कायम रहे. लोजपा में विभाजन के बाद बने दूसरे गुट राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस हैं, जो एनडीए का हिस्सा हैं. लोजपा (रामविलास) के सूत्रों ने कहा कि चिराग ने अपने गठबंधन को औपचारिक रूप देने से पहले बिहार में लोकसभा और विधानसभा सीट के अपने हिस्से के बारे में भाजपा के समक्ष स्पष्टता पर जोर दिया है.
हाजीपुर सीट पर फंसा है पेंच
चिराग पासवान सीट के बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं. अमित शाह से आज की उनकी मुलाकात को भी इसी कवायद के रूप में देखा जा रहा है. चिराग हाजीपुर लोकसभा सीट पर दावा ठोंक रहे हैं, जो दशकों से उनके पिता का गढ़ रही है, लेकिन वर्तमान में संसद में पारस इस सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. चिराग के चाचा ने भी इस सीट पर दावा करते हुए कहा है कि वही रामविलास पासवान के राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं.
भाजपा दोनों पक्षों के बीच सुलह की कोशिश में जुटी हुई है. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने हाल ही में केंद्रीय मंत्री पारस से भी मुलाकात की है. सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जेडीयू के साथ गठबंधन टूट जाने के बाद से भाजपा चिराग पासवान को अपने पाले में वापस लाने के लिए उत्सुक है. चिराग को साथ लाकर बीजेपी बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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