एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश ऊँची आर्थिक उड़ान के लिए तैयार है. प्रदेश 19.76 प्रतिशत के साथ देश में सबसे तीव्र गति से आर्थिक विकास करने वाला राज्य है. मुख्यमंत्री चौहान ने यह बात सोमवार को इंदौर के सुपर कॉरिडोर में यश टेक्नोलॉजी द्वारा बनाए गए अत्याधुनिक और सबसे बड़े केम्पस का शुभारंभ करते हुए कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर मेरे ही नहीं हम सबके सपनों का शहर है. एक सपना आज यश टेक्नोलॉजी ने पूरा किया. उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह केम्पस बैंगलुरू, पूना, हैदराबाद से कहीं अधिक हरा- भरा है. चौहान ने कहा कि अब भारत सही समय पर सही कदम उठाता है. इंदौर प्रकल्प युवा वर्ग को रोजगार देने वाला है. कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, सांसद कविता पाटीदार, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, यश टेक्नोलॉजी के सीईओ मनोज बाहेती और प्रबंध निर्देशक कीर्ति बाहेती भी मौजूद थे.
ढाई हजार लोगों को मिलेगा रोजगार, लक्ष्य साढ़े 12 हजार रोजगार
सीएम चौहान ने कहा कि यश टेक्नोलॉजी की कीर्ति बढ़े. आज 5 एकड़ में 250 करोड़ रूपए की लागत से बनाए केम्पस में 2,500 लोगों को रोजगार देने वाला यश टेक्नोलॉजी जल्दी ही अपने 12 हजार 500 लोगों को रोजगार देने के लक्ष्य को प्राप्त करे. दुनिया में भारत की प्रतिभा ने अपना लोहा मनवाया है. बैतूल जिले से निकल कर बाहेती ने अमेरिका में अपने टेंलेट की धूम मचा दी है. हम नौकरी करने वाले नहीं नौकरी देने वाले बन रहे हैं. मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतीक स्परूप 5 युवाओं को ऑफर लेटर दिए.
सुपर कॉरिडोर में मिलेगा 20 हजार युवाओं को रोजगार
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर में 22 हजार एकड़ में सुपर कॉरिडोर बनाया जा रहा है. इसमें विकसित होने वाले टेक्नोलॉजी पार्क में 400 करोड़ रूपए की लागत से स्टार्टअप के लिए ऑफिस बनाए जा रहे हैं. इसमें 20 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा. यहाँ 10 हजार लोगों की क्षमता का सर्व सुविधायुक्त कन्वेन्शन सेंटर भी बनाया जा रहा है. आईटी के लिए ईको सिस्टम भी बनेगा.
इंदौर दिल लगाने लायक शहर
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर दिल लगाने लायक शहर है. इंदौर जो करता है दिल से करता है. प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान आए प्रवासियों का इंदौर से जाने का मन ही नहीं कर रहा था. सुपर कॉरिडोर, आईटी पार्क मध्यप्रदेश के युवाओं को भरपूर रोजगार दिलाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल खत्म हो चुका है.
बैतूल बाजार से निकल कर अमेरिका में बनाया मिनी इंदौर
यश टेक्नोलॉजी के सीईओ मनोज बाहेती ने बताया कि वे मध्यप्रदेश के बैतूल के पास स्थित छोटी जगह बैतूल बाजार के रहने वाले हैं. इंदौर के जीएसआईटीएस से इंजीनियरिंग करने के बाद वर्ष 1996 में अमेरिका में यश टेक्नोलॉजी की शुरूआत की. वह सपरिवार मॉलिन में रहते हैं, यहाँ एक इंदौरी वातावरण विकसित हो गया है. संस्कृति पोहा, जलेबी, समोसे के कारण यह छोटा इंदौर कहलाने लगा है. जब 21वीं शताब्दी की शुरूआत में मल्टीनेशनल कंपनियाँ बैंगलुरू, पूना, हैदराबाद में अपने प्रतिष्ठान खोल रही थी तब हमने इंदौर को चुना. इंदौर में केम्पस बनाते ही कोरोना काल शुरू हो गया और वर्क फ्राम होम करना पड़ा।. अब वह मजबूरी नहीं है. हम वर्क फ्राम ऑफिस ही करेंगे, आपस में एक-दूसरे से सीख कर बहुत तीव्र गति से विकास होता है.
15 एकड़ में होगा यश टेक्नोलॉजी का विस्तार
कीर्ति बाहेती ने बताया कि मुख्यमंत्री चौहान के आह्वान पर हमने अभी 5 एकड़ में 250 करोड़ रूपये की लागत का कैम्पस बनाया है, जिसमें ढाई हजार लोगों को रोजगार दिया गया है. भविष्य में इसका विस्तार 15 एकड़ में होगा और 12 हजार 500 लोगों को रोजगार मिलेगा. इसमें इंदौर और मध्यप्रदेश के युवाओं को प्राथमिकता दी जायेगी.
-भारत एक्सप्रेस