कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया गया.(फोटो- ANI)
Loktantra Bachao Mashaal Shanti March: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के बाद पार्टी ने केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और सड़कों पर उतर आई है. कांग्रेस ने मंगलवार को ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’ का आह्वान किया था. इस बीच लाल किले पर जमा हुए कांग्रेस के कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को भी दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को लाल किला जाने से रोक दिया गया है. कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि मशाल मार्च को रोकने के लिए पुलिस लगाई गई थी. कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया, “‘सत्य’ और ‘सत्याग्रह’ से डर गया तानाशाह. कांग्रेस के शांतिपूर्ण ‘मशाल मार्च’ को रोकने के लिए लाल किले के पास भारी संख्या में पुलिस लगा दी गई. दिल्ली के कोने-कोने से कांग्रेस के साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है.”
कांग्रेस का यह मार्च टाउन हाल तक जाने वाला था लेकिन दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर एकत्र कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया. कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की सांसदी जाने के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रही है. वहीं सदस्यता रद्द किए जाने के बाद राहुल गांधी को उनका सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भी दे दिया गया है.
Delhi | Congress leaders and workers were detained by police as they gathered at Red Fort for 'Loktantra Bachao Mashaal Shanti March' till Town Hall. https://t.co/xltww8xLZG pic.twitter.com/7Bhd5lvQ7S
— ANI (@ANI) March 28, 2023
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस का प्रदर्शन
बता दें कि ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी मामले में राहुल गांधी को दोषी करार दिया गया था. सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि मामले में दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई है. हालांकि, राहुल गांधी 30 दिनों के भीतर इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं. इस बीच, लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता को निरस्त कर दिया है. कांग्रेस पार्टी इस फैसले के बाद केंद्र की बीजेपी सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साध रही है. कांग्रेस ने राहुल गांधी की सदस्यता निरस्त किए जाने को लोकतंत्र की हत्या बताया है. जबकि बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस नेता की सदस्यता उनके बार-बार अपमानजनक बयान दिए जाने के कारण गई है.
-भारत एक्सप्रेस