कांग्रेस नेताओं की 'मौका मौका हर बार धोखा' बुकलेट जारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2025 से पहले कांग्रेस ने पार्टी के नेताओं ने दिल्ली में एक बुकलेट जारी करके सियासी गलियारों में हलचल मचा दी. कांग्रेस ने अपने ‘व्हाइट पेपर’ का टाइटल ‘मौका मौका हर बार धोखा’ नाम दिया, जिसमें अरविंद केजरीवाल की 11 साल पुरानी आम आदमी पार्टी (AAP)सरकार और बीजेपी की 10 साल पुरानी केंद्र सरकार के कथित गड़बड़ी और गलत नीतियों के खुलासे का दावा किया गया है.
यह बुकलेट पार्टी के नेताओं देवेंद्र यादव और अजय माकन द्वारा दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान जारी की गई.
“दिल्ली सरकार के काले कारनामों पर श्वेत पत्र”
कल 25 दिसम्बर को प्रातः 11 बजे श्री @devendrayadvinc और मेरे द्वारा एक प्रेस वार्ता में जारी करा जाएगा।
यह कार्यक्रम एवं वार्ता @INCDelhi के कार्यालय में आयोजित होगी।
मीडिया के साथी सादर आमंत्रित हैं 🙏
— Ajay Maken (@ajaymaken) December 24, 2024
AAP और BJP पर कांग्रेस का निशाना
प्रेस वार्ता के दौरान, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा, “आज हम दोनों सरकारों के काले कारनामों का पर्दाफाश करने वाली बुकलेट जारी कर रहे हैं. दिल्ली में पिछले 11 वर्षों से AAP और केंद्र में पिछले 10 वर्षों से BJP की सरकारें हैं, और दिल्लीवासियों का विश्वास इन दोनों पार्टियों से टूट चुका है.” उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियों ने लोगों से कई वादे किए थे, लेकिन वे उन्हें पूरा करने में नाकाम रही हैं.
15 वर्षों के अपने कार्यकाल की तारीफ
देवेंद्र यादव ने यह भी कहा कि दिल्ली में कांग्रेस के 15 सालों के शासन में जो विकास हुआ, वह अद्वितीय था. उन्होंने यह दावा किया कि शीला दीक्षित की सरकार के तहत दिल्ली में बुनियादी ढांचे का काफी विकास हुआ, महिलाओं के लिए सुरक्षा और अधिकारों में सुधार हुआ, और वृद्धजनों के लिए पेंशन जैसी योजनाएं शुरू की गईं. उन्होंने कहा, “कांग्रेस के शासन में दिल्ली को एक विकसित और दुनिया के स्तर का शहर बनाने की मजबूत नींव रखी गई थी.”
AAP और BJP के खिलाफ विरोध जारी
कांग्रेस नेताओं के बयान अरविंद केजरीवाल के 11 दिसंबर के बयान के बाद आए हैं, जिसमें उन्होंने 2024 के आम चुनावों में कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार किया था. कांग्रेस, जो दिल्ली में 15 साल तक सत्ता में थी, हाल के विधानसभा चुनावों में लगातार हार का सामना कर रही है. 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में AAP ने शानदार जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी ने कुछ सीटों में इज़ाफा किया, लेकिन कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला.
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है, जिसमें कांग्रेस अपनी खोई हुई स्थिति को फिर से हासिल करने की कोशिश करेगी.
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- भारत एक्सप्रेस
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