फोटो सोशल मीडिया
INDIA Alliance Seat Sharing: लोकसभा चुनाव को लेकर तेजी से रणनीति तैयार कर रही इंडिया गठबंधन की यूपी को लेकर फिलहाल तस्वीर साफ हो गई है. सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है. इसको लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जानकारी शेयर की है. यूपी में कांग्रेस 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा अध्यक्ष ने कहा, कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा. ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी.
कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा।
‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 27, 2024
बता दें कि आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है. यूपी में बड़े भाई की भूमिका निभा रही सपा और कांग्रेस के बीच सीटों की डील पक्की हो गई है. इस तरह से अब यूपी में कांग्रेस 11 सीटो पर ताल ठोकेगी. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है. उन्होने कहा कि, ” कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है. ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा. ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी. मालूम हो कि सत्तारूढ़ दल भाजपा को केंद्र से हटाने के लिए कई विपक्षी दल एक साथ इंडिया गठबंधन के तहत एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सम्बंध में अखिलेश पहले ही कह चुके हैं कि, इंडिया गठबंधन का मकसद भाजपा को हराना है और इसी वजह से हम सभी एकजुट होकर इंडिया गठबंधन के तहत शामिल हुए हैं.
जानें पिछले तीन चुनावों में कैसा रहा है कांग्रेस का प्रदर्शन
2009 में कांग्रेस ने 69 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 21 सीटों पर फतह हासिल की थी. इस चुनाव में सपा 75 पर लड़कर 23 और बसपा 69 पर लड़ी और 20 सीटें जीतीं थी. तो वहीं 2014 में कांग्रेस ने 67 सीटों पर चुनाव लड़ा था और मात्र दो ही सीटें हासिल कर सकी थी. सपा 75 में पांच और बसपा 80 पर लड़ी और एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. इसके बाद 2019 में सपा- बसपा का गठबंधन था. कांग्रेस 67 पर लड़ी और सिर्फ रायबरेली जीत पाई थी तो वहीं सपा 37 सीटों पर लड़ी और पांच जीती, जबकि बसपा 38 पर लड़ी और 10 जीती. रामपुर और आजमगढ़ हारने के बाद सपा के सिर्फ तीन सांसद शेष रह गए हैं. तो वहीं इस चुनाव के जरिए न केवल कांग्रेस बल्कि सपा भी अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटी है.
-भारत एक्सप्रेस
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