पुलिस उपायुक्त को पत्र सौंपता भाजपा प्रतिनिधि मंडल
Mumbai: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और विधायक जितेंद्र आव्हाड द्वारा हिंदू देवी-देवताओं तथा हिंदू पर्वों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के खिलाफ भाजपा नेताओं में आक्रोश दिख रहा है. हिंदू पर्वों के दौरान निकाली जाने वाली शोभायात्रा पर अशोभनीय टिप्पणी करके धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाते हुए आव्हाड के खिलाफ मुंबई भाजपा के एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस उपायुक्त से भेंट की और आव्हाड के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
दिया था विवादित बयान
बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने श्रीराम नवमी और हनुमान जयंती शोभायात्रा को सांप्रदायिक बता कर समाज में विद्वेष फैलाने का प्रयास किया है, ऐसा आरोप लगाते हुए मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी ने आव्हाड के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. आचार्य त्रिपाठी के अनुसार राष्ट्रवादी कांग्रेस की एक सभा में आव्हाड ने हिंदू देवताओं पर अशोभनीय टिप्पणी की. आव्हाड लगातार हिंदू देवी-देवताओं, हिंदुओं और हिंदुत्व पर अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं.
कहा था इसलिए रामनवमी और हनुमान जयंती
एएनआई द्वारा सूचित एक ट्वीट में आव्हाड ने लिखा है कि ऐसा लग रहा है मानो रामनवमी और हनुमान जयंती सिर्फ दंगे फैलाने के लिए होते हैं. इन दंगों के कारण शहर का माहौल बिगड़ रहा है. मुझे लगता है आने वाले दिन सांप्रदायिक दंगों के होंगे. घाटकोपर में आयोजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की एक सभा में आव्हाड ने उपरोक्त बयान दिया था.
राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू विरोधी बयान
आचार्य पवन त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम नवमी और हनुमान जयंती हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है, जिसे हजारों वर्षों से हिंदू समाज मनाता आ रहा है. हिंदू स्वयं को श्रीराम का वंशज मानता है और हनुमानजी श्रीराम के परम भक्त हैं, जो संकटमोचक कहलाते हैं. त्रिपाठी का कहना है कि हिंदुओं के विरोध में आव्हाड का ये बयान मनपा चुनाव में राजनीतिक लाभ के लिए दिया गया है.
बयान से हिंदू समाज दुखी
आगामी चुनाव में अल्पसंख्यकों को खुश करने लिए दिए गए ऐसे बयान का विरोध करते हुए त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे हिंदू देवी-देवता जो करोड़ों लोगों द्वारा पूज्य हों, उनके खिलाफ ऐसे बयानों की कोई आवश्यकता नहीं थी. एक अच्छे उद्देश्य से आयोजित एक कार्यक्रम में तुच्छ बयान देकर आव्हाड ने हिंदू समाज का मन दुखाया है. एक राजनेता होने के नाते आव्हाड को सोच-समझकर कूटनीतिक तरीके से अपनी बात रखनी चाहिए और किसी एक समुदाय के पक्ष में या विरोध में नहीं बोलना चाहिए. उनके बयान, हाव-भाव और लहज़े के कारण दूसरे समुदाय के मन में हिंदू समाज की छवि खराब हुई है.
आव्हाड के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग
आव्हाड के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग वाला पत्र मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा जोन-१० के पुलिस उपायुक्त महेश रेड्डी को सौंपा गया. प्रतिनिधि मंडल में मुंबई भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष तेजिंदर सिंह तिवाना, भाजपा उत्तर पश्चिम मुंबई के महासचिव मुरजी पटेल और पूर्व नगरसेवक पंकज यादव शामिल थे.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.