दिल्ली -एनसीआर के प्रदूषण में इज़ाफा
दिल्ली में दीपावली की रात आतिशबाजी पर लगाए गयी सरकारी पाबंदियों की धज्जियां उड़ गयीं.इतने पटाखे चले कि बस चलते चले गये.रातभर यही आलम रहा. लोग ठीक से सो भी नहीं पाए.पटाखों की गूंज रह-रह कर सुनाई दे रही थी.ऐसा लगा कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के आदेश को लोगों ने फूंक मारकर उड़ा दिया.उन्होंने साफ कहा था कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी में पटाखे फोड़ने पर छह महीने तक की कैद और 200 रुपये का जुर्माना लगेगा.
हालात यहां तक खराब थे कि जगह-जगह कानूनी प्रतिबंध के बावजूद, दक्षिण और उत्तर-पश्चिम दिल्ली सहित शहर के कई हिस्सों में लोगों ने शाम होते ही जमकर आतिशबाजी शुरू कर दी. अधिक तीव्रता वाले पटाखों को हवा में उड़ते हुए सुना जा सकता था. जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, पटाखों की ज़ोरदार आवाज़ ने डेसिबल सीमा को तोड़ दिया था.सरकारी आदेश पूरी तरह धरे के धरे रह गये.दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी के रियल टाइम डेटा के मुताबिक, दिल्ली के जहांगीरपुरी में सामान्य से 10 गुना ज़्यादा प्रदूषित हवा हो गई है.
सेहत पर बुरा असर
दिवाली के मौके पर पटाखे फोड़ने का रिवाज है,लेकिन दिल्ली में प्रदूषण के हालात के मद्देनजर पाबंदी लगाने का निर्णय लिया गया था. पर्यावरण मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इसे प्रतिबंधित करने का निर्णय पर्यावरण संबंधी चिंताओं और स्वास्थ्य के लिए पैदा होते खतरों पर विचार करने के बाद लिया गया था. दिवाली की रात लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े. जिसके कारण दिल्ली हवा बहुत ज़हरीली हो गयी.इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है.इससे वरिष्ठ नागरिकों की तकलीफें बढ़ सकती हैं. हालांकि, 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 312 अभी भी सात साल में दिवाली के लिए दूसरा सबसे अच्छा माना जा रहा है.
दिल्ली-एनसीआर की स्थिति खराब
जहां तक Delhi-NCR का सवाल है तो यहां वायु प्रदूषण खराब स्थिति में पहुंच गया है. वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान की प्रणाली के अनुसार, दिवाली की रात वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 323 दर्ज किया गया है. नोएडा में AQI 342 दर्ज किया गया है. जैसे-जैसे रात को चोरी-छुपे अतिशाबाजी हुई, धुएं से हवा की गुणवत्ता खराब होती चली गई. दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी के रियल टाइम डेटा के मुताबिक, दिल्ली के जहांगीरपुरी में सामान्य से 10 गुना अधिक हवा प्रदूषित देखी गई है.
-भारत एक्सप्रेस