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“छापेमारी में बरामद पैसा मेरा नहीं…परिवार के लोग देखते हैं कारोबार”, आयकर के छापे पर पहली बार बोले धीरज साहू

Dhiraj Sahu On Raid: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग ने बीते दिन छापा मारा था, जिसमें 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद हुई थी.

Dhiraj Sahu

कांग्रेस सांसद धीरज साहू (फाइल फोटो)

Dhiraj Sahu On Raid: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग ने बीते दिन छापा मारा था, जिसमें 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद हुई थी. आईटी छापे के बाद पहली बार धीरज साहू मीडिया के सामने आए और जवाब दिया. उन्होंने छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो कैश रेड में बरामद हुआ है, वो उनकी शराब कंपनियों का है, क्योंकि शराब कंपनी का सारा कारोबार नकद में होता है. इसका पार्टी से कोई भी लेना-देना नहीं है.

शराब कारोबार को परिवार के लोग देखते हैं- साहू

कांग्रेस सांसद ने कहा कि झारखंड में उन्होंने तमाम विकास के कार्य किए हैं. हमेशा गरीबों की मदद की है. जो भी पैसा छापेमारी के दौरान आईटी की टीम को मिला है, वो पक्की रकम है. मेरा परिवार दशकों से भी ज्यादा समय से शराब का कारोबार कर रहा है. शराब का सारा सौदा नकद में किया जाता है. इसलिए ये सारा पैसा उसी से आया हुआ है. शराब कारोबार को परिवार के लोग देखते हैं. जो भी पैसा मिला है, उसकी पाई-पाई का किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है.

यह मेरे परिवार की कंपनियों का पैसा है- साहू

धीरज साहू ने ने कहा कि ” मैं पहले भी कई बार बोल चुका हूं कि यह मेरे परिवार की कंपनियों का पैसा है. आयकर विभाग को अब ये तय करना है कि यह पैसा काला है या फिर सफेद. मैं बिजनेस को नहीं देखता हूं. मेरे घर के अन्य सदस्य भी इसका जवाब देंगे. मुझे नहीं पता है कि लोग इसे कैसे देख रहे हैं, लेकिन इतना तो भरोसा है कि इस पैसे का कांग्रेस या अन्य किसी भी दल से कोई लेना-देना नहीं है.”

40 से ज्यादा ठिकानों पर पड़ी थी रेड

बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर 6 दिसंबर को छापा मारा था. ये रेड झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 40 से ज्यादा ठिकानों पर की गई थी. छापेमारी की कार्रवाई बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी कंपनियों पर की गई थी. ये कंपनी धीरज साहू और उनके परिवार से जुड़ी हुई है.

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छापेमारी के दौरान मिले कैश को गिनने के लिए 40 मशीनों को लगाया था. 25 मशीनों से नोटों की गिनती की गई थी, जबकि 15 मशीनों को बैकअप के लिए रखा गया था. नकदी के साथ ही 3 किलो सोना भी बरामद हुआ था.

-भारत एक्सप्रेस

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