पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान
Punjab: पंजाब की जवानी सालों से नशे के चंगुल में तबाह हो रही है. नशे से बर्बाद परिवारों की सिसकियां अब हुक्मरानों के कानों तक शायद पहुंची हैं. पंजाब सरकार नशे के खिलाफ कार्रवाई को एक ठोस अंजाम देने की तैयारी में है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसका ऐलान भी कर दिया है. उन्होंने ट्वीट कर उन बंद लिफाफों के मिलने का जिक्र किया, जो सालों से बंद पड़े थे. अब इन्हें हाईकोर्ट ने सीएम मान को भेज दिया है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट करके बताया, “पंजाब में ड्रग्स के मामले से संबंधित कई साल से बंद पड़े माननीय हाईकोर्ट द्वारा खोले गए तीन लिफ़ाफे सरकार के पास पहुंच गए हैं. पंजाब की जवानी को नशे से बर्बाद करने वालों के खिलाफ सख़्त क़ानूनी कार्रवाई की जायेगी.
पंजाब में drugs के मामले से संबंधित कई साल से बंद पड़े माननीय हाईकोर्ट द्वारा खोले गए तीन लिफ़ाफ़े सरकार के पास पहुँच गए हैं..पंजाब की जवानी को नशे से बर्बाद करने वालों के खिलाफ सख़्त क़ानूनी कार्रवाई की जायेगी..
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) April 4, 2023
क्या है बंद लिफाफे का मामला?
पंजाब ड्रग रैकेट मामले की सुनवाई काफी लंबे समय से अदालत में चल रही थी. पिछले हफ्ते ही पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के समक्ष तीन रिपोर्ट खोले गए. तीनों रिपोर्ट स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT ने तैयार किए थे. गौतलब है कि एक रिपोर्ट को पढ़ने के बाद हाईकोर्ट ने पंजाब के पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्ता को नोटिस भेजने की बात कही. मामले में पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को भी अपना पक्ष रखने को कहा गया.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मामले से जुड़े एटवोकेट के हवाले से दावा किया गया है कि इस संबंध में चौथी रिपोर्ट है, जिसे अभी खोला जाना बाकी है. इसके जरिए कई बड़े चेहरे बेनकाब हो सकते हैं. बहरहाल, तीन रिपोर्ट में जीन लोगों के नाम हैं, उनके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि, पंजाब सरकार को भी हाईकोर्ट के पास पड़े बंद लिफाफों का इंतजार था. सरकार की दलील थी कि उन्हें भी कार्रवाई के लिए हाईकोर्ट के आदेश का इंतजार है.