मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शिवपुरी जिले में एक युवक की सड़क हादसे में हुई मौत के बाद परिजनों की पिटाई किए जाने के मामले में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित और कोतवाली प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है. पाल समाज के लोगों का आरोप है कि सुरवाया थाने के हाईवे पर रखे गए पुलिस बैरिकेड से टकराकर बाइक सवार युवक रविंद्र पाल की मौत हुई और उसके दो अन्य साथी घायल हुए.
जब मृतक का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में किए जाने के लिए शव लाया गया तो यहां पर अस्पताल में मृतक के परिजनों के साथ कोतवाली थाने के पुलिसकर्मियों ने मारपीट की.
पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
पुलिस की इस बर्बरता को लेकर पाल समाज का बुधवार (13 नवंबर) की शाम चार बजे से शुरू हुआ धरना गुरुवार की शाम तक चला. पाल समाज के लोगों ने शिवपुरी के पोहरी चौराहे पर धरना दिया. प्रदर्शनकारी पाल समाज के लोगों का कहना था कि इस मामले में मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर एफआईआर की जाए, ऐसा इसलिए क्योंकि आगे पुलिस के जवान ऐसा कृत्य किसी और के साथ न करें.
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परिजनों को मिलेगी आर्थिक सहायता
भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिकारियों की मध्यस्थता के चलते समाधान खोजा गया और मजिस्ट्रेट जांच का आश्वासन दिया गया. शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि कोतवाली के टीआई को लाइन अटैच किया गया है. चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा मृतक और घायलों को नियमानुसार आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस