
कोचीन/केरल — प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पीएमएलए, 2002 (Prevention of Money Laundering Act) के तहत 4 जून 2025 को केरल में मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक बड़े मामले में छापेमारी की यह कार्रवाई कुल छह स्थानों पर की गई, जो एक पिरामिड-शैली की मनी सर्कुलेशन स्कीम से जुड़े हैं. इस स्कीम में निवेशकों को अत्यधिक लाभ का झांसा देकर ठगा गया.
छापेमारी उन स्थानों पर की गई जो मुख्य आरोपी संगठन “My Club Traders” और उसके प्रबंध निदेशकों व अन्य संबंधित व्यक्तियों के ठिकाने हैं. ईडी की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इस कंपनी ने निवेशकों को गुमराह कर बड़े पैमाने पर धन जुटाया और उसे अवैध तरीके से विभिन्न स्रोतों में स्थानांतरित किया.
तलाशी के दौरान ईडी को कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और करीब 2.35 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं. इन सभी वस्तुओं को जब्त कर लिया गया है.
ईडी के अधिकारियों का कहना है कि यह तलाशी अभियान इस पूरे वित्तीय घोटाले में शामिल अन्य व्यक्तियों और संपत्तियों की पहचान के लिए एक अहम कड़ी है. बरामद दस्तावेजों और उपकरणों की फॉरेंसिक जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि किस प्रकार फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए आम नागरिकों को फंसाया जा रहा है. ईडी ने जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी स्कीम में निवेश से पहले उसकी कानूनी स्थिति और विश्वसनीयता की जांच जरूर करें.
-भारत एक्सप्रेस
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