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TMC नेता शेख शाहजहां के आवास पर ED की छापेमारी, पिछली बार हुआ था ED टीम पर हमला, इस बार पूरी फोर्स लेकर पहुंची टीम

5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर उस समय हमला किया गया जब वे पीडीएस घोटाले में शाहजहां की भूमिका की जांच कर रहे थे.

TMC नेता के घर के बाहर का दृश्य

प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्रीय बल के साथ उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में टीएमसी नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापेमारी की. 5 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर उस समय हमला किया गया जब वे पीडीएस घोटाले में शाहजहां की भूमिका की जांच कर रहे थे. शाहजहां शेख के आवास पर ईडी अधिकारियों के हमले के 19 दिन बाद , ईडी ने पीडीएस (राशन) घोटाले के सिलसिले में आज उनके आवास पर छापेमारी की.

200 लोगों की भीड़ ने पिछली बार किया था हमला

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर छापेमारी के दौरान यह हमला हुआ था. ED की टीम छापेमारी करने उत्तर राज्य के 24 परगना पहुंची थी. इस दौरान टीम को कई लोगों ने घेर लिया और उन पर हमला कर दिया. ईडी की टीम के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई है. उस समय भी ED की टीम  राशन घोटाले मामले में टीएमसी नेता एसके शाहजहां शेख के घर छापेमारी करने गई थी. इसी दौरान करीब 200 लोगों की भीड़ ने उन पर हमला कर दिया.

छापेमारी की वीडियोग्राफी

ED की टीम ने इस बार पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ शाहजहां शेख के छापेमारी की है. टीम के साथ केंद्रीय बल के साथ स्थानीय पुलिस भी मौजूद है, जो टीम को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. वहीं ईडी की टीम इस बार छापेमारी के दौरान एक चाबी वाले को लेकर भी आई है. शाहजहां के घर के मुख्य दरवाजे के दो लॉक को तोड़ दिया गया है. वहीं मुख्य दरवाजे के खुलने के साथ ही टीम घर के अंदर दाखिल हुई और वहां रखी चीजों को खंगालने में लग गई. वहीं इस बार सावधान बरतते हुए पूरी छापेमारी की वीडियोग्राफी भी की जा रही है.

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क्या है राशन घोटाला?

ईडी ने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज विभिन्न एफआईआर के आधार पर जांच शुरू किया था, जिसमें यह पाया गया कि विभिन्न निजी व्यक्ति वैध लाइसेंस के बिना सब्सिडी वाले/सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) गेहूं के आटे/आटा के भंडारण और बिक्री में शामिल थे. कोलकाता पुलिस की अन्य एफआईआर में, यह पाया गया कि राइस मिलर्स ने नकली किसानों के नाम पर बैंक खाते खोले थे और किसानों के लाभ के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) को अपनी जेब में डाल लिया.



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