यूपी के मंत्री एके शर्मा
UP News: जैसे ही बरसात होती है यूपी की राजधानी वेनिस बनने की तरफ तेजी से अग्रसर हो जाती है यानी पूरा लखनऊ जलमग्न होने लगता है. जलजमाव की वजह से किसी का फर्नीचर खराब होता है तो कहीं गाड़ियां खराब होती हैं. जलजमाव की यह समस्या कोई एक दिन की नहीं है बल्कि दशकों से ऐसे ही हालात हैं, हाँ यह जरूर है की बढ़ते शहरीकरण से चुनौतियाँ भी बढ़ी हैं वहीं टेक्नोलॉजी की वजह से कुछ बदलाव भी हुए हैं.
सितम्बर के महीने में बरसात की उम्मीद तो कम ही होती है लेकिन बेमौसम बरसात ने यूपी की राजधानी लखनऊ के अलावा राज्य के अन्य जनपदो को जलमग्न कर दिया. लखनऊ में जब बरसात शुरू हुई तभी उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने अधिकारियों को जरुरी दिशा निर्देश दिया एवं रात में जगकर जलजमाव की स्थिति और जलजमाव को रोकने के लिए हो रहे कार्यों के बारे में पल – पल की जानकारी लेते रहे.
मंत्री ए के शर्मा ने जानकीपुरम विस्तार के लोगों को जल भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए यहां की जल निकासी के बेहतर प्रबन्ध हेतु 02 करोड़ रुपए आज स्थलीय निरीक्षण के दौरान और मंजूर कर दिया. वहीं मंत्री ने पिछले वर्ष यहां के जलभराव को समाप्त करने के लिए 05 करोड़ रूपये की लागत से 04 पम्प स्थापित करने की मंजूरी दी थी एवं इस कार्य के पूर्ण हो जाने से इस क्षेत्र में इस वर्ष जलभराव से काफी राहत रही.
नगर विकास मंत्री ए के शर्मा ने प्रदेश में हो रही भारी बरसात के दृष्टिगत लखनऊ के जानकीपुरम विस्तार क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जोन-03 में स्थित जानकीपुरम बाढ़ पम्पिंग स्टेशन के संचालन, जानकीपुरम के सहारा स्टेट टर्न, लखनऊ पब्लिक कालेज, टेढ़ी पुलिया आदि क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थानीय वासियों से क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जानकारी ली और क्षेत्र के विकास कार्यों को देखा.
ए के शर्मा ने भारी बारिश के अलर्ट के चलते सभी निकायों को सतर्क एवं सजग रहने के निर्देश दिये हैं और लोगों की समस्याओं का युद्धस्तर पर कार्य कर निदान करने के साथ ही डीसीसीसी के अधिकारियों को भी इस दौरान सभी निकायों की मानीटरिंग करने के निर्देश दिये तथा टोल फ्री नं0 1533 में आने वाली शिकायतों का त्वरित निदान करने को कहा और निर्देश दिया कि बरसात में नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें, कहीं पर भी कीचड़-गंदगी हो तो उसे शीघ्र साफ कराएं, जिससे कि लोगों को परेशानी न हो. भारी बारिश से नागरिकों को कहीं पर भी जलभराव का सामना न करना पड़े. नाले व नालियों से पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर न आये, लोगों के घरों में गन्दा पानी न घुसे, इसके लिए नाले-नालियों को चोक प्वाइंट को चेक करते रहें. नाले व नालियों की सफाई कराते रहें, नाले व नालियों में हुए अतिक्रमण से जलनिकासी में हो रही रूकावट को भी युद्धस्तर पर लगकर दूर कराएं.
-भारत एक्सप्रेस