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ID दिखाकर ही कांवड़ यात्रा में मिलेगी ​एंट्री, प्लास्टिक रहेगा बैन तो ड्रोन से होगी निगरानी, पुलिस तय करेगी DJ पर बजने वाला गाना

Kanwar Yatra 2023: अनुमान है कि सावन माह के दौरान करीब 4 करोड़ कांवड़िये हरिद्वार और गोमुख से भगवान भोले नाथ पर अर्पित करने के लिए जल उठाएंगे.

Kanwar Yatra 2023

कांवड़ यात्रा 2023

Kanwar Yatra 2023: हिंदू धर्म में पवित्र माने जाने वाले सावन मास की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से हो रही है. इसी दिन से बाबा भोले नाथ के भक्तों की कांवड़ यात्रा भी शुरु हो जाती है जोकि सावन के अंतिम दिन 31 अगस्त 2023 तक जारी रहती है. वहीं इस बार 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहने वाला है. अनुमान है कि सावन माह के दौरान करीब 4 करोड़ कांवड़िये हरिद्वार और गोमुख से भगवान भोले नाथ पर अर्पित करने के लिए जल उठाएंगे. इस दौरान प्रशासन सुरक्षा के मद्देनजर कुछ नए नियमों को लागू करने जा रहा है. इस पवित्र यात्रा में ​​​​पुलिस ​​​कांवड़ियों की ID देखकर ही प्रवेश देगी. इसके अलावा पुलिस डीजे पर कौन सा गाना बजेगा यह भी तय करेगी. यात्रा के दौरान डीजे के गीत और आवाज की भी जांच होगी.

ड्रोन से होगी निगरानी

भारी भीड़ और तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस पूरी कांवड़ यात्रा की ड्रोन से निगरानी करेगी. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यात्रा को लेकर पुलिस औऱ प्रशासन के बीच बैठकों का दौर जारी है. इसी क्रम में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने सोमवार को मेरठ में दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक की.

हरिद्वार से लेकर काशी तक बाबा के भक्त

पश्चिमी यूपी में कांवड़ यात्रा की भीड़ को देखते हुए शाहजहांपुर से वाया बरेली होते हुए दिल्ली हाईवे को वन-वे कर दिया जाता है. इस मार्ग से भक्त हरिद्वार और कछला घाट से जल भरते हुए मेरठ, बरेली और बागपत के शिव मंदिरों में भोलेनाथ को जल अर्पित करने पहुंचते हैं. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में गंगा जल लेकर लोग भोले नाथ की नगरी काशी विश्वनाथ पहुंचते हैं. सावन के पहले सोमवार में जहां भीड़ कुछ कम रहती है वहीं दूसरे सोमवार से कांवड़ यात्रा में भक्तों की भीड़ बढ़ जाती है. जोकि सावन के अंतिम सोमवार तक बनी रहती है.

प्लास्टिक फ्री और यूनिफाइड इन्फॉर्मेशन सिस्टम

इस बार प्लास्टिक फ्री इंडिया की तर्ज पर कावंड़ यात्रा को प्लास्टिक से मुक्त रखने की कोशिश की जाएगी. मीडिया रिपोर्टस के अनुसार प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने इसे लेकर कहा कि, ”सिंगल यूज प्लास्टिक, थर्माकोल पूरी तरह बैन रहेगा. मिट्‌टी, लकड़ी, पत्ते के बर्तनों को शिविरों में यूज किया जाएगा.

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कैंप में हाइजीन और फूड क्वालिटी को भी मेंटेन रखा जाएगा. एंटी लार्वा स्प्रे, सैनिटाइजेशन तथा सड़कों पर पानी के छिड़काव की व्यवस्था की जाएगी. कांवड़ मार्ग पर पेयजल की उचित व्यवस्था की जाएगी. वहीं पुलिस के अनुसार यात्रा के दौरान एक यूनिफाइड इन्फॉर्मेशन सिस्टम लागू किया जाएगा, जिसके किसी एक स्थान पर होने वाली घटना की जानकारी तत्काल आस-पास के सभी जिलों और राज्यों को मिल जाए.



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