
फरीदकोट जिले में महिला अपराध सेल (Crime Against Women Cell) में तैनात डीएसपी राजनपाल को एक गंभीर मामले में गिरफ्तार किया गया है.
आरोप है कि उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार की शिकायत को रद्द करवाने के लिए एसएसपी कार्यालय को 1 लाख रुपये की रिश्वत देने की कोशिश की.
पुलिस के मुताबिक, डीएसपी राजनपाल के खिलाफ पहले से एक भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत लंबित थी. इस शिकायत को खत्म करवाने के उद्देश्य से उन्होंने कथित रूप से एसएसपी कार्यालय के एक अधिकारी को एक लाख रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की.
पुलिस महकमे की नैतिक छवि पर फिर उठे सवाल
इस मामले की जानकारी जैसे ही उच्च अधिकारियों तक पहुंची, तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली गई और डीएसपी राजनपाल को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस प्रशासन ने न सिर्फ उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है, बल्कि उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई (Departmental Action) भी शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं.
यह मामला पुलिस विभाग में शिष्टाचार, नैतिकता और ईमानदारी को लेकर उठते सवालों को एक बार फिर सामने ले आया है.
डीएसपी दोषी पाए गए तो होगी सख्त कार्रवाई
फरीदकोट पुलिस की ओर से कहा गया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो.
इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी और यदि डीएसपी दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों ने भी यह संकेत दिया है कि भविष्य में इस तरह के मामलों में “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई जाएगी और किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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-भारत एक्सप्रेस
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