मीटिंग के बाद मीडिया को संबोधित करते किसान नेता.
Farmer Protest Kisan Andolan: किसान आंदोलन का आज 7वां दिन है. इस बीच किसान दिल्ली कूच के लिए शंभू और खनौरी बाॅर्डर पर डटे हुए हैं. इस बीच रविवार को केंद्र सरकार और किसानों के बीच चौथी मीटिंग देर रात खत्म हुई. मीटिंग खत्म होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसानों के साथ वार्ता सकारात्मक रही. हमने किसानों को दाल, मक्का और कपास 5 साल के लिए एमएसपी पर खरीदने का प्रपोजल दिया है. इस पर किसानों ने कहा दो दिनों तक इस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे और इसके बाद निर्णय लेंगे.
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसान नेताओं ने पंजाब में गिरते भूमिगत जल स्तर का मुद्दा उठाया. ऐसे में हमने प्रस्ताव रखा कि अगर अरहर, उड़द और तुअर जैसी दालों को एमएसपी पर खरीदा जाएगा तो सरकार को इनका इंपोर्ट नहीं करना पड़ेगा और गिरते हुए जलस्तर में भी गिरावट आएगी.
सरकार ने किसानों को दिया ये प्रपोजल
इसके अतिरिक्त किसानों ने मक्का और कपास को भी एमएसपी पर खरीदने की मांग की. इस पर सरकार ने कहा कि केंद्र सरकार के दो सहकारी संगठन एनसीसीएफ और नेफेड किसानों की फसलों को एमएसपी पर खरीदेंगे. यह कॉन्ट्रैक्ट 5 साल तक के लिए चलाया जाएगा. इसके लिए पोर्टल भी बनाया जाएगा.
पीयूष गोयल ने कहा कि काॅटन काॅरर्पोरेशन ऑफ इंडिया भी कपास की खेती करने वाले किसानों से 5 साल का एग्रीमेंट करेगी. यह संस्था कपास को एमएसपी पर खरीदेगी. ऐसे में किसानों ने हमारे इस प्रपोजल पर विचार करने की बात कही है.
सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा कर लेंगे निर्णय
वहीं केंद्र के साथ मीटिंग के बाद किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे.. उन्होंने कहा कि वे 21 फरवरी को इस पर निर्णय लेंगे. इसके बाद 21 फरवरी को होने वाले दिल्ली चलो मार्च पर फैसला लेंगे.
मीटिंग में ये किसान नेता हुए शामिल
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से इस मीटिंग में अर्जुन मुंडा, नित्यानंद राय और पीयूष गोयल मौजूद थे. वहीं किसानों की ओर से सरवण सिंह पंधेर और जगजीत डल्लेवाल समेत 14 किसान नेता शामिल थे. वहीं मीटिंग में पंजाब के सीएम भगवंत मान और कृषि मंत्री गुरमीत खुड्डियां भी पहुंचे थे.