आरजी कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता.
Trainee Doctor Murder: कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में शुक्रवार (9 अगस्त) को एक महिला पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला. पुलिस ने कहा है कि प्रथमदृष्टया उनके साथ यौन उत्पीड़न किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई.
28 वर्षीय मृतक आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के श्वसन चिकित्सा विभाग की दूसरे वर्ष की छात्रा थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसका शव आपातकालीन भवन की चौथी मंजिल पर स्थित चेस्ट सेमिनार रूम में मिला, जिस पर चोटों के कई निशान थे.
जांच के लिए SIT का गठन
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि उसका यौन उत्पीड़न किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. हमने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.’ उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है.
#WATCH Kolkata, West Bengal | Nurses hold a rally demanding justice after a woman post-graduate trainee (PGT) doctor was found dead inside the seminar hall of government-run RG Kar Medical College and Hospital on Friday, August 9 pic.twitter.com/VJfw1x6wLo
— ANI (@ANI) August 10, 2024
अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में महिला के प्राइवेट पार्ट, मुंह और आंखों पर खून के निशान पाए गए हैं, जबकि उसके चेहरे, पेट, बाएं टखने, गर्दन, दाएं हाथ की एक उंगली (Ring Finger) और होठों पर चोट के निशान हैं. अधिकारी ने बताया, ‘गर्दन के पास की हड्डी टूटी हुई थी, जिससे पता चलता है कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है.’ उन्होंने बताया कि घटना सुबह 3 से 6 बजे के बीच हुई.
माता-पिता ने लगाई न्याय की गुहार
मृतक की मां ने बताया कि उनकी बेटी अर्धनग्न अवस्था में मिली थी और उसका चश्मा टूटा हुआ था. उसके पिता ने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. वह चली गई. हम उसे वापस नहीं ला सकते. कम से कम हमें न्याय तो मिलना चाहिए. हमने गुरुवार को रात 11 बजे के आसपास उससे आखिरी बार बात की थी.’ बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतक डॉक्टर के माता-पिता को फोन किया और उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया.
विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक विवाद
इस घटना के बाद अस्पताल में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और साथी पीजी ट्रेनी तथा अस्पताल के डॉक्टरों ने मांग की कि शव का पोस्टमॉर्टम न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में किया जाए. शुरुआत में पीजी ट्रेनी और अन्य डॉक्टरों ने अपनी मांगें पूरी होने तक शव पुलिस को सौंपने से इनकार कर दिया था.
इस घटना से पश्चिम बंगाल में राजनीतिक विवाद भी पैदा हो गया है. विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ममता बनर्जी सरकार पर घटना को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है, जबकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कहा है कि सरकार पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेगी.
सीबीआई जांच की मांग
भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने अस्पताल में संवाददाताओं से कहा, ‘हम सीबीआई जांच की मांग करते हैं. राज्य मशीनरी पूरी तरह विफल हो गई है. हम चाहते हैं कि शव परीक्षण केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में हो.’ इस दौरान अस्पताल में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के एक समूह ने प्रदर्शन किया.
भाजपा पर पलटवार करते हुए टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा, ‘यह भाजपा शासित राज्य नहीं है, जहां मामलों को दबाया जाता है और फर्जी एनकाउंटर किए जाते हैं. ममता बनर्जी प्रशासन के तहत जांच पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.’
-भारत एक्सप्रेस