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भारतीय सिविल सेवा में लिंग परिवर्तन का पहला मामला, IRS अधिकारी महिला से पुरुष बना, सरकार ने दी मंजूरी

महिला आईआरएस अधिकारी हैदराबाद स्थित सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (CESTAT) की क्षेत्रीय पीठ में संयुक्त आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं.

आईआरएस अधिकारी एम. अनुसूया जेंडर चेंज कराकर पुरुष बन गई हैं. अब उनका नाम एम. अनुकाथिर सूर्या हो गया है. (फोटो: सोशल मीडिया)

हैदराबाद स्थित सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (CESTAT) की क्षेत्रीय पीठ में संयुक्त आयुक्त के पद पर कार्यरत भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की एक महिला अधिकारी अपना जेंडर चेंज कराकर पुरुष बन गई है.

भारत के सिविल सेवा इतिहास में संभवत: पहली बार एक महिला आईआरएस अधिकारी को मंगलवार (9 जुलाई) से आधिकारिक तौर पर पुरुष सिविल सेवक माना जाएगा. वित्त मंत्रालय ने एम. अनुसूया के नाम को बदलकर एम. अनुकाथिर सूर्या करने और लिंग को महिला से पुरुष करने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है.

कौन हैं एम. अनुकथिर सूर्या

सीईएसटीएटी के मुख्य आयुक्त (अधिकृत प्रतिनिधि) के कार्यालय में संयुक्त आयुक्त के पद पर तैनात 35 वर्षीय अधिकारी ने पिछले साल ही अपनी वर्तमान पोस्ट जॉइन की थी. सूर्या ने दिसंबर 2013 में चेन्नई में सहायक आयुक्त के रूप में अपना करिअर शुरू किया और 2018 में उन्हें डिप्टी कमिश्नर के पद पर पदोन्नत किया गया.

उन्होंने चेन्नई में मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में स्नातक की डिग्री पूरी की. उन्होंने 2023 में भोपाल में नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी से साइबर लॉ और साइबर फोरेंसिक में पीजी डिप्लोमा किया.


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वित्त मंत्रालय ने जारी किया आदेश

केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को एक आदेश में कहा, ‘2013 बैच की आईआरएस अधिकारी एम. अनुसूया (M. Anusuya), जो वर्तमान में हैदराबाद में सीईएसटीएटी के मुख्य आयुक्त (एआर) कार्यालय में संयुक्त आयुक्त के पद पर तैनात हैं, ने अपना नाम बदलकर एम. अनुकथिर सूर्या (M. Anukathir) और लिंग बदलकर महिला से पुरुष करने का अनुरोध किया है.’ आदेश में आगे कहा गया, ‘इसके बाद से अधिकारी को सभी आधिकारिक अभिलेखों में ‘एम. अनुकथिर सूर्या’ के रूप में पहचाना जाएगा.’

वित्त सेवा अधिकारी ने बदला था जेंडर

15 अप्रैल 2014 को नालसा मामले में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद तीसरे लिंग (Third Gender) को मान्यता दी गई और यह निर्णय दिया गया कि लिंग पहचान एक व्यक्तिगत विकल्प है, चाहे व्यक्ति सेक्स रिअसाइनमेंट सर्जरी (SRS) करवाए या नहीं.

इसके बाद ओडिशा के एक पुरुष वाणिज्यिक कर अधिकारी ने ओडिशा वित्तीय सेवा में शामिल होने के पांच साल बाद 2015 में अपना लिंग बदल कर महिला बनने का निर्णय लिया और आधिकारिक तौर पर ऐश्वर्या रितुपर्णा प्रधान के रूप में मान्यता प्राप्त की.

-भारत एक्सप्रेस

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