Felix Hospital
Felix Hospital: नोएडा के फेलिक्स हॉस्पिटल देश के सर्वश्रेष्ठ मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में से एक है. इस अस्पताल में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं और उपचार प्रदान किया जाता है. हाल ही में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (VGGS) के 10वें संस्करण से पहले गुजरात सरकार ने फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉक्टर डीके गुप्ता और निदेशक डॉक्टर रश्मि गुप्ता को आमंत्रित किया. वहीं 6 नवंबर को लखनऊ में रोड शो भी किया गया था. गुजरात के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इस रोड शो का नेतृत्व किया.
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण में फेलिक्स को आमंत्रण
बता दें कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के 10वें संस्करण से पहले राज्य सरकार ने उद्योग जगत के अग्रणियों से बातचीत करने और उन्हें आगामी VGGS में आमंत्रित करने के लिए कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रोड शो का आयोजन किया. नई दिल्ली में कर्टन रेजर कार्यक्रम की सफलता और मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़, चेन्नई, जापान, यूरोप, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम और दक्षिण कोरिया में सफल रोड शो के बाद, गुजरात सरकार ने सोमवार को लखनऊ में रोड शो का आयोजन किया.
साल 2019 में मिला था गोल्ड मेडल
बता दें कि इससे पहले साल 2019 में नोएडा सेक्टर 137 के फेलिक्स मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल को मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के गोल्ड मेडल से नवाजा गया था. अस्पताल को मेडल और प्रमाण पत्र भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना के तहत क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया नेशनल हेल्थ अथॉरिटी द्वारा दिया गया था. इस अस्पताल को आयुष्मान योजना के साथ-साथ सरकार के कर्मचारियों के इलाज के लिए भी सरकारी पैनल में शामिल किया गया है.
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दिल्ली-NCR में फेलिक्स की अलग पहचान
दिल्ली एनसीआर के लोगों के बीच फेलिक्स अस्पताल की एक अलग ही पहचान है. यहां बेहतरीन इलाज के साथ-साथ मानव मूल्यों पर भी जोर दिया जाता है. अस्पताल के चेयरमैन डॉ डी के गुप्ता के लिए मरीजों का बेहतर इलाज प्राथमिकता में है. डॉक्टर डीके गुप्ता कहते हैं, ” हमने यहां पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. फेलिक्स अस्पताल निःसंदेह दिन प्रतिदिन नोएडा क्षेत्र में रोगियों के लिए बेहतर सुविधाएं देने के लिए हमेशा तत्पर रहता है. ” बताते चलें कि भारत सरकार के आयुष्मान भारत योजना के तहत गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए निजी क्षेत्र के अस्पतालों को जोड़ा गया था, इनमें फेलिक्स अस्पताल की अलग पहचान बन गई है.