संसद भवन में महिला आरक्षण बिल पर सोनिया गांधी का भाषण
महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार से कई सवाल पूछे. सोनिया गांधी ने अपने भाषण में कहा कि कांग्रेस इस बिल का समर्थन करती है. उन्होंने आगे कहा कि ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियन 2023 के समर्थन में मैं खड़ी हूं.’
स्त्री के धैर्य का अंदाजा लगाना बहुत कठिन है- सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने अपने भाषण में कहा कि ” भारतीय नारी ने सबकी भलाई के लिए हमेशा से काम किया है. स्त्री के धैर्य का अंदाजा लगाना बहुत कठिन है. भारतीय महिलाओं ने कभी कोई शिकायत नहीं की है. क्योंकि उनके अंदर समंदर की तरह धीरज होता है. सोनिया गांधी ने इस बात का भी जिक्र किया कि बिल को भले ही बीजेपी ने पेश किया हो, लेकिन इसका श्रेय कांग्रेस लेने की कोशिश कर रही है.
बिल को तुरंत अमल में लाया जाए- सोनिया गांधी
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस बिल को तुरंत अमल में लाया जाए. क्योंकि अगर इसको लागू करने में देरी होती है तो ये महिलाओं के साथ अन्याय होगा. उन्होंने बताया कि इस बिल को पहले पूर्व पीएम राजीव गांधी लेकर आए थे. उस समय ये राज्यसभा में बहुमत (7 वोटों से) न मिलने के कारण पारित नहीं हो सका था. बाद में इस बिल को राज्यसभा से पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व में इसे पारित कराया गया था.
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जातीय जनगणना कराने की मांग
सोनिया गांधी ने बिल का समर्थन करते हुए कहा कि ” इस बिल के पारित होने से उन्हें खुशी है, लेकिन एक चिंता भी सता रही है. उन्होंने कहा कि ” मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं. पिछले 13 सालों से भारतीय महिलाएं अपनी राजनीतिक जिम्मेदारी का इंतजार कर रही थीं. क्या अभी उन्हें और इंतजार करना पड़ेगा. आखिर उन्हें कितने सालों तक इंतजार करना होगा. क्या ये भारत की महिलाओं के साथ उचित बर्ताव है. सोनिया ने आगे कहा कि कांग्रेस की मांग है कि इस बिल को अमल में लाया जाए. लेकिन इसके साथ ही जातीय जनगणना कराकर अनूसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति और ओबीसी की महिलाओं के भी आरक्षण की व्यवस्था की जाए.
-भारत एक्सप्रेस
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