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पाटन से लेकर कर्वधा तक…छत्तीसगढ़ के इन VIP सीटों पर सबकी नजर

बीजेपी ने लोरमी सीट पर प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर के सांसद अरुण साव को उम्मीदवार बनाया है. अरुण साव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा है.

Chhattisgarh Assembly Election ( भूपेश बघेल)

Chhattisgarh Assembly Election ( भूपेश बघेल)

Chhattisgarh Assembly Election: 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा एक दिलचस्प राजनीतिक मुकाबले के लिए तैयार हो रही है, जिसमें भाजपा और कांग्रेस दोनों सीधे आमने-सामने हैं. आज पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान जारी है. 2018 में, कांग्रेस ने 90 में से 67 सीटें जीतकर शानदार वापसी की और भारतीय जनता पार्टी के दो दशक के शासनकाल को समाप्त कर दिया. भाजपा के दिग्गज नेता रमन सिंह पूरे राज्य में चल रही सत्ता विरोधी लहर का सामना नहीं कर सके. बीजेपी महज 18 सीटों पर रह गई.

बता दें कि जिन 20 सीटों पर आज मतदान जारी है. उनमें से कई सीटें ऐसी हैं जिन पर बड़े नाम मैदान में उतरे हुए हैं. इन वीआईपी उम्मीदवारों की वजह से इन सीटों को वीआईपी सीट कहा जा रहा है. पहले चरण के 20 विधानसभा सीटों में से 10 सीटें वीआईपी यानी हाई प्रोफाइल हैं. वहीं दूसरे चरण में 70 विधानसभा सीटों में से 34 सीटें वीआईपी हैं. कुल मिलाकर प्रदेश में 43 सीटें हाई प्रोफाइल हैं. आइए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही वीआईपी उम्मीदवारों के बारे में, कहां से वह खड़े हैं और उनके सामने कौन चैलेंज दे रहा है.

पाटन

छत्तीसगढ़ का सबसे वीआईपी सीट पाटन है. यहां से खुद सीएम भूपेश बघेल चुनाव लड़ रहे हैं. बघेल पांच बार विधायक रह चुके हैं. यहां से बीजेपी ने सांसद विजय बघेल को उतारकर मुकाबले को रोमांचक बना दिया है. दिलचस्प बात यह है कि विजय बघेल भूपेश बघेल के भतीजे हैं. इतना ही नहीं 2008 में भूपेश बघेल को हरा भी चुके हैं. दो नामों के अलावा एक और वीआईपी नाम है. इस सीट पर पूर्व सीएम अजीत जोगी के बेटे और जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी भी ताल ठोक रहे हैं. इससे यहां टफ फाइट है.

कवर्धा

कवर्धा सीट से मोहम्मद अकबर कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. चार बार के विधायक अकबर छत्तीसगढ़ सरकार में परिवहन मंत्री हैं. इसके अलावा इनके पास कानून, वन और पर्यावरण मंत्री का भी चार्ज है. खास बात ये है कि बघेल सरकार में अकबर इकलौते मुस्लिम मंत्री हैं. 2018 में सबसे बड़े अंतर से चुनाव जीतकर मोहम्मद अकबर ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से मैदान में हैं. वह एक बार सांसद रह चुके हैं, जबकि 6 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. BJP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. ऐसे में इस सीट पर भी सबकी नजर है. रमन सिंह के सामने कांग्रेस ने गिरीश देवांगन को उतारा है. गिरीश सीएम के करीबी बताए जाते हैं.

कोंडागांव विधानसभा सीट से कांग्रेस के मोहन मरकाम उम्मीदवार हैं. मोहन बघेल सरकार में SC-ST, OBC और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं. इससे पहले छत्तसीगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं.

कवासी लखमा को कांग्रेस ने इस बार भी सुकमा जिले की कोंटा सीट से प्रत्याशी बनाया है. वह यहां से मौजूदा विधायक हैं. छत्तीसगढ़ सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्री की भूमिका निभा रहे हैं. इनकी गिनती कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेताओं में होती है. लखमा 1998 से लगातार 5 बार विधायक का चुनाव जीत चुके हैं. यहां से सोयम मुका भाजपा के प्रत्याशी हैं.

भरतपुर सोनहत विधानसभा सीट

भरतपुर सोनहत विधानसभा सीट. इस सीट से बीजेपी ने केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह को प्रत्याशी बनाया है. रमन सिंह सरकार में रेणुका सिंह महिला एवं बाल विकास मंत्री रह चुकी हैं. उनके सामने कांग्रेस के गुलाब कमरो हैं जो इस सीट से मौजूदा विधायक हैं.

अंबिकापुर से टीएस सिंहदेव कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव लगातार तीन बार से अंबिकापुर से जीत दर्ज कर चुके हैं तीनों बार उन्होंने बीजेपी के अनुराग सिंहदेव को ही हराया था. इस बार बीजेपी ने राजेश अग्रवाल को मौका दिया है.

बीजेपी ने लोरमी सीट पर प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर के सांसद अरुण साव को उम्मीदवार बनाया है. अरुण साव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी माना जा रहा है. इनके सामने थानेश्वर साहू होंगे. इसके अलावा इस सीट पर जोगी की कांग्रेस के प्रत्याशी सागर सिंह बैस भी चुनाव लड़ रहे हैं. इससे यहां का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है.

कोटा विधानसभा सीट भी काफी चर्चित सीट है. यहां से जनता कांग्रेस की डॉ. रेणु जोगी मौजूदा विधायक हैं. रेणु जोगी इस सीट से लगातार चार बार विधायक बन चुकी हैं. रेणु के विजयी रथ को रोकने के लिए कांग्रेस ने भूपेश बघेल के करीबी अटल श्रीवास्तव को यहां से टिकट दिया है. वहीं बीजेपी से प्रबल प्रताप सिंह जूदेव मैदान में हैं. तीनों धुरंधरों के बीच इस बार काफी करीबी फाइट है.

सक्ती विधानसभा सीट से छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर डॉ. चरणदास महंत चुनाव लड़ रहे हैं. प्रदेश में यह कहा जाता है कि जो भी विधायक विधानसभा स्पीकर पद पर रहता है वह दोबारा चुनाव नहीं जीत पाता. ऐसे में डॉ. चरणदास महंत पर सबकी नजर रहेगी. इस सीट पर बीजेपी ने साहू प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया है.

-भारत एक्सप्रेस

 

 

 

 

 



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