Bharat Express

G20 Meeting In Kashmir: कश्मीरियों ने जीता मेहमानों का दिल, घाटी की विरासत और संस्कृति देखकर प्रभावित हुए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य

G20 Meeting In Kashmir: श्रीनगर में आयोजित G20 की मीटिंग हिट रही. 17 देशों के प्रतिनिधियों ने कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता और वहां के लोगों की गर्मजोशी देखकर हैरान थे.

G20 Meeting In Kashmir

G20 Meeting In Kashmir

G20 Meeting In Kashmir: श्रीनगर में आयोजित G20 की मीटिंग हिट रही. 17 देशों के प्रतिनिधियों ने कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता और वहां के लोगों की गर्मजोशी देखकर हैरान थे. धरती पर स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर ने अपने ऐतिहासिक आकर्षण के साथ मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया. प्रतिष्ठित मुगल गार्डन, डल झील और पोलो व्यू मार्केट, जी20 की बैठक में हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधियों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा. प्रतिनिधिमंडल यह देखकर प्रभावित हुए कि घाटी की विरासत और संस्कृति आज की जीवन शैली में कितनी सहजता से प्रवाहित होती है.

कश्मीर क्षेत्र के लिए पर्यटन अर्थव्यवस्था का चालक

बता दें कि कश्मीर क्षेत्र के लिए पर्यटन उद्योग शुरुआत से ही अर्थव्यवस्था का एक बड़ा चालक रहा है. पिछले साल जम्मू-कश्मीर में दुनियाभर से करीब 18 मिलियन पर्यटक आए थे. 2019 में अनुच्छेद 370 और 35A को हटाए जाने के बाद से लोगों ने सरकारी तंत्र में फिर से विश्वास जगाया है. क्षेत्र में चहुंमुखी विकास जारी है. जी20 बैठक के दौरान कश्मीरी जनता के बीच उमड़ता उत्साह साफ देखा जा सकता था. इतने लंबे समय में पहली घाटी अच्छे कारणों से सुर्खियों में था. बता दें कि बैठक में 17 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.

 

यह भी पढ़ें: जम्मू और कश्मीर में G20 बैठक की मेजबानी केंद्र शासित प्रदेश को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाएगी

भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है- मॉर्गन स्टेनली

एक कहावत है कि खाली बर्तन सबसे ज्यादा शोर करते हैं, ये शोर फिलहाल पश्चिमी देशों से आ रहा है. मॉर्गन स्टेनली ने स्वीकार किया है, “भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है.” दिसंबर 2022 में इंडोनेशिया से जी20 की वार्षिक अध्यक्षता का बैटन प्राप्त करने के बाद, भारत अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए पूरी ताकत लगा चुका है, और स्वाभाविक रूप से ऐसा ही है. कश्मीर घाटी में लगभग 10 मिलियन लोग पर्यटन उद्योग पर निर्भर हैं. केंद्र के समर्थन से जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यूटी के भूगोल को बदल दिया है, जिससे उन्हें दशकों आगे बढ़ने में मदद मिली है.

 

-भारत एक्सप्रेस

Bharat Express Live

Also Read