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UP News: श्रीनगर में आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हुआ गोंडा का लाल, अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो सके सेना में तैनात दोनों भाई, फूट-फूटकर रोया पूरा गांव

Gonda: शहीद अजय प्रताप सिंह की एक 3 साल और एक 8 माह की बेटी है. इन मासूम बच्चियों के सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है.

रोते-बिलखते परिजन

विशाल सिंह

UP News: उत्तर प्रदेश के गोंडा के लाल अजय प्रताप सिंह जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे. उनका पार्थिव शरीर रविवार को सुबह पहुंचने के बाद गांव में कोहराम मच गया. अपने लाल को अंतिम बार देखने के लिए हर किसी की आंखें तरस रही थीं. सूचना मिलने के बाद से ही गांव में मातम पसरा हुआ था. रात में हजारों की संख्या में लोग शहीद जवान के घर पहुंच गए थे. वहीं अंतिम यात्रा में भी हजारों लोग मौजूद रहे. भारत माता की जयघोष के साथ शहीद का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. लेकिन शहीद जवान के दो अन्य भाई उनके अंतिम दर्शन नहीं कर सके.

विधायक के पौत्र थे शहीद, दोनों भाई भी कर रहे हैं देश की सेवा

बता दें कि CRPF जवान अजय प्रताप सिंह श्रीनगर में तैनात थे. वह गोंडा जिले के कर्नलगंज तहसील के गांव छीटवापुर निवासी कर्नलगंज के पूर्व विधायक स्वर्गीय भगेलू सिंह के पौत्र थे. देश की सुरक्षा के लिए आतंकियों से लोहा लेते हुए शनिवार को वह शहीद हो गए थे. अजय प्रताप सिंह के दो और भाई हैं जो कि भारतीय सेना में तैनात हैं. बड़े भाई अखिलेश प्रताप सिंह जम्मू कश्मीर में सेना में तैनात हैं. जबकि सबसे छोटे भाई अखिलेंद्र प्रताप सिंह भी आर्मी में हैं, जो वर्तमान समय में अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में तैनात हैं.

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बेटियों के सिर से उठा पिता का साया

शहीद अजय प्रताप सिंह की एक 3 साल और एक 8 माह की बेटी है. इन मासूम बच्चियों के सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है. ये देखकर परिजन फूट-फूट कर रो रहे हैं. वहीं मासूम बच्चियों को ये भी नहीं मालूम कि उनके पिता देश की सेवा करते इस दुनिया से हमेशा के लिए चले गए हैं. शहीद की अंतिम यात्रा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी पहुंचकर शहीद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है.

-भारत एक्सप्रेस

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