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Air India में विलय से पहले Vistara Airline अंतिम उड़ान के लिए तैयार

यूपीए सरकार के दौरान भारत सरकार ने विदेशी एयरलाइनों को घरेलू एयरलाइनों में 49% तक की हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दी थी. इसके बाद साल 2015 में विस्तारा एयरलाइन की शुरुआत हुई थी.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: X/@airvistara)

Vistara Airlines Merger: अपनी प्रीमियम सेवाओं के लिए जानी जाने वाली एयरलाइन विस्तारा (Vistara Airline) आज यानी सोमवार (11 नवंबर) को अपनी आखिरी उड़ानें संचालित करेगी. इसके बाद मंगलवार (12 नवंबर) को इसका टाटा समूह (Tata Group) के एयर इंडिया (Air India) में विलय हो जाएगा. इस विलय के साथ एयर इंडिया देश की एकमात्र पूर्ण-सेवा वाहक (Sole Full-Service Carrier) बन जाएगी.

यह विलय टाटा समूह द्वारा अपने एयरलाइन व्यवसाय (Airline Business) को सुव्यवस्थित करने के लिए एक रणनीतिक कदम के बाद हुआ है. विस्तारा, जो टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस (Singapore Airlines) के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में शुरू हुआ था, अब एक समेकित एयर इंडिया इकाई का हिस्सा होगा, जिसमें सिंगापुर एयरलाइंस 25.1% हिस्सेदारी बनाए रखेगी.

1 लाख से ज्यादा यात्री

आज के बाद की उड़ानों के लिए विस्तारा के 1,15,000 से ज्यादा यात्री अब एयर इंडिया के नाम से उड़ान भरेंगे. हालांकि एयरलाइन की ब्रांडिंग बदल जाएगी, लेकिन टाटा समूह ने भरोसा दिलाया है कि कुल मिलाकर सेवा और ऑनबोर्ड अनुभव में काफी हद तक कोई बदलाव नहीं होगा.

विस्तारा के लॉयल्टी कार्यक्रम के सदस्यों को एयर इंडिया के लॉयल्टी कार्यक्रम में आसानी से ट्रांसफर कर दिया जाएगा, जिससे ग्राहकों को एयर इंडिया के व्यापक नेटवर्क और लाभों तक पहुंच मिल सकेगी.

पिछले कुछ महीनों में 2.7 लाख से ज्यादा पैसेंजर रिजर्वेशन और 45 लाख से ज्यादा लॉयल्टी प्रोग्राम के सदस्यों को विस्तारा से एयर इंडिया के डिजिटल सिस्टम में माइग्रेट किया गया है.

सोशल साइट एक्स पर 10 नवंबर को किए गए एक पोस्ट में विस्तारा ने कहा, ‘#महत्वपूर्ण अपडेट: क्लब विस्तारा ने एयर इंडिया फ्लाइंग रिटर्न्स के साथ हाथ मिलाकर महाराजा क्लब बनने का फैसला किया है. कृपया ध्यान दें कि नए साइन-अप सहित आपके एकाउंट का एक्सेस अब उपलब्ध नहीं होगा. आप 12 नवंबर के बाद http://airindia.com पर अपना एकाउंट एक्सेस कर सकेंगे. धन्यवाद.’

ग्राहकों को सूचित किया गया

12 नवंबर या उसके बाद निर्धारित विस्तारा की उड़ानों में बुक किए गए सभी ग्राहकों को बुकिंग में हुए बदलावों के बारे में सूचित कर दिया गया है, जिन्हें अब एयर इंडिया में ट्रांसफर कर दिया गया है. विलय के बाद बढ़े हुए बेड़े को निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए विस्तारा से लगभग 140 सिस्टम माइग्रेट किए गए हैं.

इसके अलावा विलय में 3,385 विस्तारा सप्लायर, 70 विमान जो 320 से ज्यादा रोजाना उड़ानें संचालित करते हैं, 3,300 से ज्यादा क्रू और 86 आईटी कॉन्ट्रैक्ट शामिल हैं. विस्तारा के लगभग 6,500 कर्मचारियों को भी एयर इंडिया में शामिल किया गया है.

2015 में हुई थी शुरुआत

UPA सरकार के दौरान भारत सरकार ने विदेशी एयरलाइनों को घरेलू एयरलाइनों में 49% तक की हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दी थी. इसके बाद विस्तारा एयरलाइन की शुरुआत साल 2015 में हुई थी. इस नीतिगत बदलाव के कारण जेट एयरवेज (Jet Airways) और एतिहाद (Etihad) जैसे पार्टनरशिप हुए और विस्तारा तथा एयरएशिया इंडिया (AirAsia India) जैसी नई कंपनियां बनीं.

विस्तारा पिछले दशक में उभरने वाली भारत की एकमात्र पूर्ण-सेवा एयरलाइन थी, जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को प्रीमियम उड़ान का अनुभव प्रदान करती थी. अपनी सेवा की गुणवत्ता के लिए जानी जाने वाली विस्तारा जल्दी ही यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो गई, जिसने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में उच्च मानक स्थापित किए. टाटा समूह के पास विस्तारा में 51% हिस्सेदारी थी, जबकि सिंगापुर एयरलाइंस के पास शेष 49% हिस्सेदारी थी.

एयरलाइन उद्योग में उतार-चढ़ाव

विस्तारा के लॉन्च के बाद से भारत के एयरलाइन उद्योग ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. किंगफिशर और एयर सहारा (जिसे बाद में जेटलाइट के रूप में रीब्रांड किया गया) सहित कई एयरलाइनों ने परिचालन बंद कर दिया, जबकि जेट एयरवेज ने वित्तीय कठिनाइयों के कारण 25 साल बाद 2019 में उड़ानें बंद कर दीं.

-भारत एक्सप्रेस

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