'आप' को चुनाव में अपने प्रत्याशियों को होर्स ट्रेडिंग का डर
गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत लगा रखी है. इसके साथ ही ‘आप’ पार्टी को चुनाव में खरीद- फरोख्त का भी डर सता रहा है. इसलिए उन्होने अपने सभी उम्मीदवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है. गुजरात में 5 दिसंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान को लेकर प्रत्याशियों को दूसरे स्थानों पर शिफ्त किया गया है. बता दें कि इससे पहले आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कंचन जरीवाला के वाला के बाद ये कदम उठाया है. बता दें कंचन जरीवाला पूर्व में आप पार्टी के प्रत्याशी थे लेकिन बाद में उन्होने अपना नामांकन वापस ले लिया था.
बीजेपी पर विपक्ष ने पिछले कई चुनावों में हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया है, देश के कई राज्यों में सरकार रातों रातों बदल जाती है. इसके पीछे कहीं ना कहीं विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग आरोप लगता रहा है. इसी को लेकर आप पार्टी ने अपने सभी उम्मीदवारों को गुप्त स्थानों पर सुरक्षित भेज दिया है, ताकि कोई भी उनका प्रत्याशी मैदान छोड़कर ना भागे.
जरीवाला को लेकर सियासी ड्रामा
बता दें कि इससे पहले कंजन जरीवाला को लेकर गुजरात में काफी सियासी ड्रामा हुआ. एक तरफ कंजन जरीवाला आप पार्टी से नामांकन करने के बाद गायब हो गए थे फिर उन्होने वापस आकर अपना नामंकन वापस ले लिया. इसी सियासी बवाल के बीच आप ने बीजेपी पर अपने प्रत्याशी के किडनेपिंग करने का आरोप लगा दिया था. जिसके बाद जरीवाल ने वापस आप पार्टी पर ही आरोप लगा दिए थे.
गुजरात चुनाव में पहले चरण की वोटिंग के लिए अब ज्यादा समय नहीं बचा है, लेकिन उससे पहले ही आम आदमी पार्टी ने अपना बड़ा दांव खेल दिया है और वोटिंग से हॉर्स ट्रेडिंग का मामला प्रदेश में उठा दिया है.
‘त्रिकोणीय’ मुकाबले मामले में कौन आगे ?
गुजरात का चुनाव सभी पार्टियों के लिए जीतना बेहद जरुरी हो गया है. क्योंकि गुजरात हमेशा से बीजेपी का गढ़ रहा है, लेकिन पिछली बार के विधानसभा चुनावों ने कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी और उसकी जीत को छिनने में थोड़ा सा ही पीछे रह गई थी. वहीं आप आदमी पार्टी ने पंजाब का चुनाव जीतने के बाद अब गुजरात में मजबूत ताल ठोक दी है.