भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता
भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है. विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता ने हाल ही में H1B वीजा के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच यह साझेदारी न केवल द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल रही है.
भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण H1B वीजा
H1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को उन विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने की अनुमति देता है जो तकनीकी, विज्ञान, इंजीनियरिंग और IT जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखते हैं. इसमें भारतीय पेशेवरों की बड़ी हिस्सेदारी है. MEA के प्रवक्ता ने कहा कि यह वीजा न केवल भारतीय विशेषज्ञों को वैश्विक मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देता है, बल्कि अमेरिका की आर्थिक और तकनीकी क्षमताओं को भी मजबूत करता है.
प्रवक्ता ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और तकनीकी साझेदारी दोनों देशों की क्षमता और वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सहायक है.”
आईटी पेशेवरों की भूमिका अहम
भारतीय आईटी पेशेवर H1B वीजा के सबसे बड़े लाभार्थियों में से हैं. प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय विशेषज्ञों ने अमेरिका में तकनीकी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.
– भारतीय पेशेवरों का योगदान अमेरिकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण है.
– यह साझेदारी इनोवेशन, रिसर्च और डेवलपमेंट को प्रोत्साहित करती है.
– दोनों देशों के युवाओं के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर खुलते हैं.
भारत का रुख
MEA ने स्पष्ट किया कि भारत H1B वीजा के मुद्दे को अमेरिकी प्रशासन के साथ उच्च प्राथमिकता पर उठाता रहा है.
– प्रवक्ता ने कहा कि भारत इस बात को लेकर आश्वस्त है कि भारतीय पेशेवरों का योगदान अमेरिका के लिए मूल्यवान है.
– भारत और अमेरिका के बीच इस मुद्दे पर बातचीत जारी है.
– प्रवक्ता ने यह भी कहा कि वीजा से जुड़े किसी भी नीति बदलाव का असर दोनों देशों की साझेदारी पर पड़ता है, जिसे सकारात्मक दृष्टिकोण से हल किया जाना चाहिए.
अमेरिकी नीतियों में बदलाव की चर्चा
हाल के दिनों में अमेरिकी प्रशासन ने H1B वीजा नीति में कुछ बदलाव करने की बात कही है. इसका उद्देश्य वीजा प्रक्रिया को पारदर्शी और कुशल बनाना है.
MEA के प्रवक्ता ने कहा कि भारत अमेरिकी अधिकारियों के साथ संपर्क में है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बदलाव भारतीय पेशेवरों पर प्रतिकूल प्रभाव न डालें.
भारत-अमेरिका संबंधों में नई ऊर्जा
MEA ने कहा कि H1B वीजा भारत और अमेरिका के बीच व्यापक संबंधों का एक हिस्सा है.
– दोनों देश रणनीतिक, आर्थिक और तकनीकी साझेदारी के माध्यम से एक-दूसरे को सशक्त बना रहे हैं.
– हाल ही में, दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौते किए हैं, जिनमें सेमीकंडक्टर, स्वच्छ ऊर्जा और रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं.
प्रवक्ता का बयान
MEA प्रवक्ता ने कहा, “भारत-अमेरिका संबंध वैश्विक चुनौतियों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. H1B वीजा पर भारतीय पेशेवरों का योगदान दोनों देशों के लिए लाभकारी है, और इसे और मजबूत किया जाएगा.”
आगे की राह
भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते आर्थिक और तकनीकी सहयोग ने न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है, बल्कि H1B वीजा जैसे मुद्दों को भी सकारात्मक दिशा में हल करने की संभावनाएं बढ़ाई हैं. MEA ने उम्मीद जताई है कि दोनों देशों का यह सहयोग आने वाले समय में और गहरा होगा.
- भारत एक्सप्रेस
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