झारखंड के हजारीबाग (Hazaribagh) शहर के खिरगांव इलाके में अपराधियों ने मंगलवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे कारोबारी और हिंदुत्ववादी संगठन से जुड़े मंजीत यादव को गोली मार (Manjeet Yadav Murder) दी. अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस हत्याकांड को लेकर शहर के सैकड़ों लोगों ने हजारीबाग डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक पर रांची-पटना रोड को जाम कर दिया है और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं. हालात को नियंत्रित करने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
एक ही बाइक पर सवार थे तीन अपराधी
मंजीत यादव शहर के बड़ा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत खिरगांव में अपने घर के पास खड़े थे, तभी बाइक पर सवार होकर अपराधियों ने माउजर और रिवाल्वर से उन्हें चार गोलियां मारी. वह घर के दरवाजे पर ही गिर पड़े. गोलियों की आवाज सुनकर उनके घर और आस-पास के लोग बाहर निकले, लेकिन अपराधी बाइक पर आराम से फरार हो गए. जानकारी के अनुसार, अपराधियों की संख्या तीन थी और वह एक ही बाइक पर सवार थे. घायल मंजीत यादव को तत्काल शहर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दोपहर करीब बारह बजे उनकी मौत हो गई.
लोग हॉस्पिटल के पास जमा हो गए
मंजीत यादव को गोली मारे जाने की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई और देखते-देखते बड़ी संख्या में लोग हॉस्पिटल के पास इकट्ठा होकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. मौत की जानकारी मिलते ही भीड़ और उत्तेजित हो उठी. इसके बाद लोगों ने डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक जाम कर दिया है. रांची-पटना रोड पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है.
वार्ड काउंसिलर रह चुके हैं मंजीत यादव
मंजीत यादव हजारीबाग में रामनवमी महोत्सव का आयोजन करने वाली महासमिति के अध्यक्ष रह चुके थे. वह और उनकी पत्नी सुनीता देवी, दोनों एक-एक बार हजारीबाग नगर निगम के वार्ड काउंसिलर भी निर्वाचित हुए थे. हाल के कुछ वर्षों से वह जमीन-जायदाद के कारोबार से जुड़े थे. अपराधियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि हत्या की वारदात के पीछे कारोबारी प्रतिद्वंद्विता हो सकती है. पुलिस ने फिलहाल इस मामले में कुछ नहीं कहा है.
-भारत एक्सप्रेस
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