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किसानों के दिल्ली कूच से हाईवे जाम, पुलिस ने 200 किसानों को हिरासत में लिया, जानें प्रमुख मांगें

Noida Kisan Protest Delhi March: नोएडा के किसानों ने आज दिल्ली मार्च करने का फैसला किया है. जानकारी के अनुसार एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान पिछले 60 दिनों से धरने पर बैठे हैं.

Noida Kisan Protest Delhi March

दिल्ली की ओर कूच करते किसान.

Noida Kisan Protest Delhi March: नोएडा प्राधिकरण ने धरने पर बैठे किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया है. किसानों ने ऐलान किया है कि वे संसद का घेराव करेंगे. ऐसे में यूपी-दिल्ली हाईवे जाम हो गया. जगह- जगह पर किसानों को रोका जा रहा है. इधर कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच छिटपुट घटनाएं भी हुई है. हालांकि पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया है. चिल्ला बाॅर्डर पर पहरा बढ़ा दिया गया है.

बता दें कि नोएडा प्राधिकरण, ग्रेनो प्राधिकरण, अंसल बिल्डर के खिलाफ 60 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके साथ किसानों के 3 संगठन भी है. ऐसे में बुधवार को सभी किसान संगठनों ने महापंचायल की जिसमें दिल्ली में सदन का घेराव करने का निश्चय किया गया. हालांकि प्रशासन ने धारा 144 लागू की है.

पुलिस बैरिकेडिंग की वजह से गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर पर भी 1 किलोमीटर से ज्यादा लंबा जाम लग चुका है।

जानें किसानों की प्रमुख मांगे
मुआवजे का 10 प्रतिशत कीमत का प्लाॅट
लीजबैक मामलों का निस्तारण किया जाए
युवाओं को स्थानीय कंपनियों में नौकरी दी जाए
भूमिहीन किसानों को 40 मीटर के प्लाॅट दिए जाए
कियोस्क की जाॅब में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण दिया जाए.

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ये हैं किसानों की वो मांगें जो प्राधिकरण ने पूरी नहीं कीं

बता दें कि किसान 2019 से नोएडा प्राधिकरण, ग्रेनो प्राधिकरण और एनटीपीसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच कुछ बिंदुओं पर किसानों और प्रशासन के बीच सहमति भी बनी. लेकिन किसानों का आरोप है कि समझौते के बावजूद उन्होंने एक भी मांग पूरी नहीं कीं.

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किसानों को उनकी जमीन का 10 प्रतिशत प्लाॅट आबादी में दिया जाएगा
रेगुलेशन की 450 वर्गमीटर सीमा बढ़ाकर 1000 मीटर किया जाएगा
मकानों की ऊंचाई बढ़ाने की अनुमति दी जाएगी.
गांवों में बच्चों के पढ़ने के लिए पुस्तकालय बनाए जाएंगे.
5 प्रतिशत प्लाॅट पर व्यावसायिक गतिविधियां चला सकेंगे.

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