हिमाचल मंत्रिपरिषद विस्तार
Himachal: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की बनी नई नवेली सरकार में मंत्रिपरिषद का विस्तार करते हुए 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. प्रदेश की कमान संभाल रहे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के जिले शिमला से तीन विधायकों को मंत्री बनाया गया है.
वहीं कांगड़ा, सोलन, सिरमौर और किन्नौर जिले से एक-एक विधायकों को मंत्री बनाया गया है. हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सभी सात मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
वहीं मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने समारोह का संचालन किया. इस दौरान राजभवन में नवनियुक्त मंत्रियों के परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे.
ये विधायक बने मंत्री
समारोह में शपथ लेने वालों में सबसे पहले धनीराम शांडिल का नाम रहा. वहीं दूसरे नंबर पर चंद्र कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद क्रमश: हर्षवर्द्धन चौहान, जगत सिंह नेगी और रोहित ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली.
वहीं छठे नंबर पर अनिरुद्ध सिंह और सबसे अंतिम में विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. वहीं राज्य में मंत्रियों के तीन पद अभी खाली रहेंगे.
इससे पहले छह मुख्य संसदीय सचिवों को दिलाई गई शपथ
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इससे पहले छह मुख्य संसदीय सचिवों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनमें मोहन लाल ब्राक्टा, सुंदर सिंह ठाकुर, राम कुमार चौधरी, किशोरी लाल, आशीष बुटेल, संजय अवस्थी ने हिमाचल के मुख्य संसदीय सचिव पद की शपथ ली.
कई प्रमुख हस्तियां रहीं मौजूद
शपथ ग्रहण समारोह में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी और नवनियुक्त मुख्य संसदीय सचिवों के परिवार के लोग भी इस समारोह में उपस्थित रहे.
हिमाचल सरकार में मुख्य संसदीय सचिव बनाने की पहल वीरभद्र सरकार में तब शुरू की गई थी. जब मंत्रियों की संख्या निर्धारित करते हुए यह तय हुआ कि राज्य में मुख्यमंत्री के अलावा केवल 11 मंत्री ही बनाए जा सकते हैं.
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