हिमाचल के नए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू
हिमाचल प्रदेश में भाजपा के राज्यसभा सीट पर जीत हासिल करने के साथ ही मौजूदा सरकार के बहुमत पर भी सवाल लग गया. चुनाव बाद जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के इस्तीफे की मांग की वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर “अपनी ईमानदारी बेचने” का आरोप लगाया. प्रश्नों का उत्तर देते हुए, उन्होंने विधानसभा में बहुमत के लिए किसी भी चुनौती से निपटने में पार्टी की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया. वहीं अब भाजपा के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बीजेपी का डेलीगेशन राजभवन पहुंच गया. जिसके बाद से राज्य की सियासत गर्माती दिख रही है.
वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के लिए ताजा मुसीबत में, राज्य के मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने आज बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को घोषित हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव परिणाम के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में अपने फैसले की घोषणा की. सिंह ने कहा “मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि मौजूदा परिस्थितियों में, मेरे लिए सरकार का हिस्सा बने रहना सही नहीं है. इसलिए, मैंने फैसला किया है कि मैं मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं.“ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा चुनाव के नतीजों में क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस उम्मीदवार हार गए, यह सरकार बनने के बाद से पिछले साल चली आ रही व्यवस्था का नतीजा है.
हिमाचल विधानसभा के स्पीकर ने भाजपा के 15 विधायकों को सस्पेंड कर दिया है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश की राजनीति में पल-पल हालात बदल रहे हैं. हिमाचल की राजनीति से जुड़ी हर खबर के लिए बने रहिए भारत एक्सप्रेस के साथ…
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