Jammu Kashmir Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जम्मू कश्मीर में भाजपा की एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे. यह विशाल रैली जम्मू के एमए स्टेडियम में ‘भाजपा संकल्प महारैली’ के नाम से आयोजित की जा रही है. पीएम मोदी जम्मू डिविजन के सभी 24 विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे, जहां विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे.
पीएम मोदी के इस रैली के दौरान तीसरे चरण में चुनाव लड़ रहे सभी भाजपा उम्मीदवार मौजूद रहेंगे. ये उम्मीदवार जम्मू डिविजन के जम्मू, सांबा, कठुआ और उधमपुर जिलों से चुनाव लड़ रहे हैं. जम्मू जिले में 11, सांबा में तीन, कठुआ में छह और उधमपुर में चार विधानसभा सीटें हैं. प्रधानमंत्री मोदी आज चौथी बार जम्मू-कश्मीर में भाजपा के लिए प्रचार करेंगे.
इससे पहले पीएम मोदी ने 14 सितंबर को डोडा में एक रैली को संबोधित किया था. डोडा के बाद उन्होंने 19 सितंबर को श्रीनगर शहर और माता वैष्णो देवी मंदिर के शहर यानि कटरा बेस कैम्प में दो रैलियों को संबोधित किया था.
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को देखते हुए अधिकारियों ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है. यातायात विभाग ने रैली में शामिल होने वाले बड़ी संख्या में जुटने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक एडवायजरी जारी की है.
बता दें कि जम्मू डिविजन भाजपा का पारंपरिक गढ़ रहा है. साल 2014 के चुनावों में पार्टी के पास 87 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 25 सीटें थीं और इनमें से अधिकांश सीटें जम्मू डिविजन से थीं.
विधानसभा क्षेत्रों के नए परिसीमन के बाद, जम्मू-कश्मीर में अब 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 47 घाटी में और 43 जम्मू डिविजन में हैं. इनमें पहली बार 9 अनुसूचित जनजाति (एसटी) सीटें और 7 अनुसूचित जाति (एससी) सीटें शामिल हैं.
विधानसभा में प्रवासी कश्मीरी पंडित समुदाय और पश्चिमी पाकिस्तान शरणार्थियों से संबंधित पांच मनोनीत सदस्य भी होंगे. इन सभी पांच मनोनीत सदस्यों को केंद्र शासित प्रदेश में सरकार गठन के दौरान वोट देने का अधिकार होगा.
8 अक्टूबर को आएंगे जम्मू कश्मीर चुनाव के नतीजे
आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थियों और वाल्मीकि समाज के लोगों को अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में वोट देने का अधिकार मिल गया है. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से पहले यह लोग केवल लोकसभा चुनावों में ही वोट कर सकते थे.
भाजपा यह चुनाव अकेले लड़ रही है, जबकि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन में लड़ रहे हैं. जम्मू कश्मीर चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को जारी किए जाएंगे.