प्रमाण पत्र देते सीएम योगी आदित्यनाथ
विक्रम सिंह राठौर
UP News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार हर वर्ग के विकास के लिए बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं. ऐसे में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भिक्षावृत्ति से विमुक्त हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और स्माइल परियोजना के साथ जोड़ा और ऐसे बच्चो को प्रमाण पत्र एवं शैक्षणिक किट वितरित की. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोग जो जबरन भिक्षावृत्ति कराते है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि भिक्षावृत्ति बच्चों के भविष्य के लिए खतरनाक है. तो वहीं भिक्षावृत्ति से मुक्त होने के बाद इकबाल ने कहा कि वह डाक्टर बनकर सबका एक रुपए में इलाज करेगा.
102 बच्चों से सीएम ने किया संवाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर भिक्षावृत्ति से विमुक्त हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और स्माइल परियोजना के साथ जोड़ते हुए बच्चों को प्रमाण पत्र एवं शैक्षिक किट वितरित की. इस अवसर पर भिक्षावृत्ति से मुक्त हुए 102 बच्चों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवाद किया साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि हमारी सरकार इन बच्चों को स्वयंसेवी संस्थाओं से जोड़कर इनके भविष्य को संवार रही है.
भिक्षावृत्ति कराने वाले गिरोहों के खिलाफ सरकार करेगी कार्यवाही
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राचीन काल में भिक्षाटन भारतीय परम्परा का हिस्सा थी. भिक्षाटन से ही सन्यासी व्यक्ति अपने अहंकार को त्याग कर समाज के दर्शन को समझ पाता था लेकिन आज भिक्षावृत्ति बच्चों के भविष्य के लिए खतरनाक है बच्चों को दिव्यांग बनाकर उनसे जबरन भिक्षावृत्ति करवाने वाले गिरोहों के खिलाफ हमारी सरकार लगातार कार्यवाही कर रही है साथ ही भिक्षावृत्ति विमुक्त हुए बच्चों को सरकार प्लेटफार्म दे रही है.
भिक्षावृत्ति से विमुक्त बच्चों की ज़िंदगी सवार रही सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भिक्षावृत्ति से विमुक्त हुए बच्चों को ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ (सामान्य) और स्माइल परियोजना के लाभार्थी बच्चों को प्रमाण पत्र एवं शैक्षिक किट वितरित करते हुए कहा कि भिक्षावृत्ति से विमुक्त हुए 102 बच्चों को यहां देखकर प्रसन्नता हो रही है. गरीब से गरीब बच्चा पढ़ सके और अपने जीवन में कुछ अच्छा कर सके, इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद 2017 से सभी बच्चों को ड्रेस, बैग, पुस्तकें, स्वेटर, जूते और मोजे उपलब्ध करा रही है. आज प्रदेश के 1.91 करोड़ बच्चे इस सुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं. हमारी सरकार इन बच्चों को स्वयंसेवी संस्थाओं से जोड़कर इनके भविष्य को संवार रही है.
कार्यक्रम तभी सफल हो सकता है जब उसे पारदर्शिता से आगे बढ़ाया जाए
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में सफल होने का राज सिर्फ सकारात्मक सोच है. जीवन में यदि सफल होना है तो हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए. कोई भी कार्यक्रम तभी सफल हो सकता है जब हम उसे पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ाते हैं. कहीं पर भी किसी के साथ कोई भेदभाव ना हो और ना ही अनावश्यक सिफारिश हो , मेरिट के आधार पर कार्य हों तो लखनऊ को हम भिक्षावृत्ति से मुक्त कर लेंगे. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए विभागों को कार्य करना चाहिए. पटरियों पर सोने वालों को रैन बसेरों में ले जाएं. हर व्यक्ति का जीवन अमूल्य है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बच्चों और अभिभावकों की सुनी बात
चिनहट रामलीला मैदान में दस वर्ष से रहने वाली माही ने मुख्यमंत्री योगी को अपनी कहानी सुनाते हुए कहा कि जब हम भिक्षा मांगते थे तो लोग हमें डांटकर भगा देते थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शुरुआत की वजह से आज हम स्कूल जा रहे हैं और पढ़ पा रहे हैं. माही ने बताया कि वह अब डॉक्टर बनना चाहती है. वहीं 12 वर्ष के इकबाल ने भी अपनी कहानी सुनाते हुए कहा कि अभाव की वजह से उसके पिता ठीक से इलाज नहीं हो पाया था. इसलिए वह पढ़ लिखकर डॉक्टर बनना चाहता है. इकबाल ने संकल्प लेते हुए कहा कि अगर वह डॉक्टर बन गया तो हर बीमार व्यक्ति का एक रुपए में इलाज करेगा.
-भारत एक्सप्रेस