लाल किले से पीएम मोदी का संबोधन (फोटो ट्विटर)
भारत देश आज अपनी आजादी की 76वीं वर्षगांठ मना रहा है. इस पावन पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘प्यारे देशवासियों’ की जगह ‘ मेरे प्यारे परिवारजनों’ से किया. संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण का जिक्र करते हुए पूर्व की सरकारों पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान देश को लूटने का काम किया गया. भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को जकड़ रखा था.
देश को भ्रष्टाचार के राक्षस ने अपने चंगुल में जकड़ रखा था
प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर विश्व के सामने खड़ा है, लेकिन ये इतना आसान नहीं था. पहले देश को भ्रष्टाचार के राक्षस ने अपने चंगुल में जकड़ रखा था. लाखों-करोड़ों के बड़े-बड़े घोटाले होते थे. जो देश की अर्थव्यवस्था की नींव को कमजोर कर रहे थे, लेकिन बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था की नींव को कमजोर करने वाले लीकेजेस को बंद किया और मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई. ये देश के 140 करोड़ नागरिकों का पुरुषार्थ है जो रंग लाया है.
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परिवारवाद नाम के दीमक ने देश के लोगों का हक छीना है
पीएम मोदी ने परिवारवाद का संबोधन में जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश को भ्रष्टाचार नाम का दीमक खा रहा था. उसी तरह से दूसरा दीमक परिवारवाद है. जिसने देश को नोंच लिया है. इस परिवारवाद ने देश के लोगों के हक पर डाका डाल कर उनसे उनका हक छीन लिया. इसके अलावा एक और बुराई है. जिसने हमारे देश की मूलभूत चिंतन को, हमारे राष्ट्रीय चरित्र को दाग लगाने का काम किया है. वो है तुष्टिकरण. इसलिए हमें इन बुराइयों से मिलकर लड़ना होगा. पूरे सामर्थ्य के साथ लड़ना होगा. देश को आगे बढ़ाने के लिए इन घातक बीमारियों से लड़ना है.
-भारत एक्सप्रेस
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