पीएम मोदी व गृह मंत्री अमित शाह
मोहित शुक्ला
दिल्ली के प्रगति मैदान में 17 वें भारतीय सहकारी महासम्मेलन का आज विधिवत अयोजन किया गया. दो दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की. अमृतकाल में जीवंत भारत हेतु सहकार से समृद्धि की थीम के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान लोगों को सफलता के मूलमंत्र दिए साथ ही सरकार द्वारा गांव, गरीब और किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का भी जिक्र किया. इस मौके पर पीएम ने NCUI हाट के लिए ई कॉमर्स पोर्टल भी लॉन्च किया.
क्या बोले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुऐ गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश की आजादी के पहले से सहकारिता आंदोलन अस्तित्व में था, लगभग 75 साल की लंबी लड़ाई के बाद मोदी सरकार ने साल 2021 में सहकारिता मंत्रालय का गठन किया. आज भारतीय सहकारिता संघ पैक्स से एपेक्स तक बढ़ रहा है, आज देश में 26 राज्यों ने पैक्स के कानूनों को स्वीकार किया है, आने वाले दिनों में 3 लाख पैक्स का हमारा लक्ष्य होगा, आज हमने 15000 करोड़ के टैक्स डिस्प्यूट को खत्म किए हैं.
क्या है भारतीय सहकारिता संघ
भारतीय सहकारिता संघ की स्थापना साल 1929 में हुई, इसका उद्देश्य देश में सहकारी आंदोलन को बढ़ावा देना, सहकारी क्षेत्र का निर्माण और विस्तार करना है, आज देश में 8.5 लाख सहकारी समितियां है, जिससे 30 करोड़ लोग बतौर सदस्य जुड़े हुऐ हैं. आगामी वर्षों में सरकार की 2 लाख नई सोसाइटी बनाने का लक्ष्य है, संघ की लम्बी मांगों के बाद साल 2021 में सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया, आज सहकारिता मंत्रालय अपनी 45 प्रमुख योजनाओं से देश के सर्वांगीर्ण विकास को लेकर आगे बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने गिनाई उपलब्धियां
सहकार + सरकार = आत्मनिर्भर भारत के मंत्र के साथ पीएम मोदी ने भविष्य के लिए कई प्रण लेने की बात की. पीएम ने लोगों से हर जिले में एक अमृत सरोवर बनाने की बात कही. साथ ही बताया कि अब तक देश में 60 हजार अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा चुका है. इस दौरान पीएम ने कहा कि उन्हें आज खुशी है कि देश में आज कॉपरेटिव को कार्पोरेट जैसा प्लेटफार्म दिया जा रहा है.
खेत खलिहान और केमिकल मुक्त खेती पर दिया जोर
पीएम अपने उद्बोधन के दौरान केमिकल मुक्त खेती पर ज्यादा जोर देते नजर आए. उन्होंने कहा कि आइए आज हम सभी यहां प्रण लें कि हम सभी अपने जिले के 5 गाँव केमिकल मुक्त बनाएंगे. पीएम ने पीएम प्रमाण योजना का भी जिक्र किया, जिसके तहत केमिकल मुक्त अभियान पूरे देश भर में चलाया जा रहा है.
पीएम मोदी ने खेती किसानी , सहकरिता और फर्टिलाइजर को लेकर क्या कहा- इन पॉइंट्स में समझिए
पिछले 4 सालों में 2.5 लाख करोड़ किसानों के खातों में पीएम सम्मान निधि के तौर पर भेजे गए.
2009 से 2014 तक का कृषि बजट 90 हजार करोड़ था, उससे तीन गुना हमने किसान सम्मान निधि में दिया.
आज भारत में यूरिया का एक बैग 270 से कम में मिल रहा है जबकि पड़ोसी देशों में ये 700 से 3000 तक का बिक रहा है.
2014 से पहले किसानों की कमाई बिचौलिए खा जाते थे.
आज हम दुग्ध उत्पादन में no 1 है, डेयरी में आज 60 प्रतिशत की भागेदारी माताओं और बहनों की है.
9 सालों में 10 लाख करोड़ की सब्सिडी फर्टिलाइजर में दी गई.
9 सालों में 15 लाख करोड़ की खरीद एमएसपी पर की गई.
सरकार आज किसानों पर प्रति वर्ष 6.5 लाख खर्च कर रही है.
प्रत्येक किसान पर आज सरकार 50 हजार औसत खर्च कर रही है.
315 रुपए प्रति कुंतल गन्ना किसानों के लिए दाम तय किए जिससे 5 करोड़ गन्ना किसानों को फायदा पहुंचा.
60 हजार से ज्यादा पैक्स का कंप्यूटरीकरण किया गया.
चीनी मिलों को 20000 करोड़ का राहत पैकज दिया गया.
9 सालों में चीनी मिलों से 70000 करोड़ का ईथेनाल खरीदा गया.
खुर पका से बचाने के लिए 24 करोड़ पशुओं का मुफ्त टीकाकरण किया गया.
मोटे अनाज श्रीअन्न के उत्पादन पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस अमृतकाल में हमें आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा, आज केवल गेहूं, चावल और चीनी पर ही आत्मनिर्भरता काफी नहीं है. हमें खाने के तेल, मछली के चारे, दालें इत्यादि पर भी आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा. आज हम हर साल 2.5 लाख करोड़ का हर साल खाद्य आयत करते हैं. इस पैसे को हमें देश में रोकना पड़ेगा, जिससे हम देश के उत्थान में भागीदार बन सकेंगे और एक विकसित भारत का सपना पूरा हो सकेगा.
ओम बिरला करेंगे समापन, दूसरे मंत्री भी रहेंगे मौजूद
दो दिन तक चलने वाले इस आयोजन का समापन कल लोकसभा स्पीकर ओम बिरला करेंगे. इस दौरान , केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, मनसुख मंडाविया समेत दूसरे लोग मौजूद रहेंगे.
-भारत एक्सप्रेस