अमेरिकी राजदूत गार्सेटी
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था. इस दौरे पर प्रधानमंत्री के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं दूसरी ओर उनके साथ भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भी थे. देश की राजधानी आईआईटी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने पीएम मोदी के अमेरिकी दौरे और दोनों देशों के संबंधों पर विस्तार से बात की.
भारत-अमेरिकी साझेदारी को न केवल दोनों देशों बल्कि पूरी दुनिया के लिए लाभकारी बताते हुए अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पिछले सप्ताह संपन्न अमेरिका यात्रा से पता चलता है कि यह साझेदारी ‘‘शानदार गति’’ के साथ आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान घोषित परियोजनाओं और परिवर्तनकारी पहलों से न केवल दोनों देशों को बल्कि दुनिया को भी फायदा होगा. गार्सेटी ने कहा कि भारत और अमेरिका के पास हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की शक्ति है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास असीमित अवसरों का भविष्य है.’’
गार्सेटी ने दुनिया के दो प्रमुख लोकतंत्रों के एक साथ काम करने के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हम जोर-जबरदस्ती के खिलाफ एक साथ खड़े हो सकते हैं, हम शांति के लिए एक साथ खड़े हो सकते हैं.’’
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#WATCH | Delhi:…India is a place where dreams become reality every day. Our counties have so much in common. Indian dreams and American dreams are two sides of the same coin…A young boy selling tea grows to lead India on a global stage… A Santhali teacher goes on to become… pic.twitter.com/WuFKijKHd3
— ANI (@ANI) June 28, 2023
अमेरिकी राजदूत ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत-अमेरिका साझेदारी के विस्तार की अहमियत को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत और अमेरिका अपने सपनों को उड़ान दें एवं उन्हें हकीकत में बदलने की दिशा में काम करें. गार्सेटी ने कहा, ‘‘हम भारत-अमेरिका संबंधों की वास्तविक क्षमताओं का दोहन करने जा रहे हैं.’’
भारतीय और अमेरिकी सपने एक ही सिक्के के दो पहलू- गार्सेटी
उन्होंने कहा, “भारत ऐसी जगह है जहां सपने हर दिन हकीकत बनते हैं. हमारे देशों के बीच बहुत सी समानताएं हैं. भारतीय और अमेरिकी सपने एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. यहां चाय बेचने वाला एक युवा लड़का वैश्विक मंच पर भारत का नेतृत्व करता है. एक संथाली शिक्षक राष्ट्रपति बनती हैं.”
-भारत एक्सप्रेस
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